Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 23:02

नई दिल्ली : प्रणब मुखर्जी के देश के 13वें राष्ट्रपति के पद पर आसीन होने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि उनकी कमी बेहद महसूस करेंगे। यूपीए सरकार में वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री के पद को छोड़कर राष्ट्रपति बने प्रणब की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के कुशल संचालन को लेकर वह हमेशा तत्पर रहते थे और अब हमें कई मोर्चों पर उनकी कमी खलेगी।
मुखर्जी के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद मनमोहन सिंह ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बुधवार को हुई बैठक में कहा कि प्रणब मुखर्जी की अनुपस्थिति बेहद महसूस की जाएगी। उन्होंने इस सरकार में कई कार्यों को अंजाम दिया।
जिक्र योग्य है कि मुखर्जी यूपीए सरकार के संकटमोचक थे और कई दफा सरकार के संकट में घिरने के बाद उन्होंने अपनी सूझबूझ से इसका समाधान निकाला। सरकार के समक्ष आए संकट को उन्होंने बेहद कुशलतापूर्वक निपटाया। खासकर भारत-अमेरिका परमाणु करार और लोकपाल को लेकर टीम अन्ना के साथ गतिरोध दूर करने में भी उन्होंने बेहद कारगर भूमिका अपनाई।
प्रणब मुखर्जी ने बुधवार सुबह यहां संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित एक भव्य समारोह में देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।इस अवसर पर उन्होंने गरीबी मिटाने को अपना पहला लक्ष्य बताया और साथ ही आतंकवाद को चौथे विश्व युद्ध की संज्ञा दी। देश के प्रधान न्यायाधीश एसएच कपाड़िया ने मुखर्जी को संविधान एवं विधि के संरक्षण और सुरक्षा की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित प्रमुख लोगों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आदि शामिल थे।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 23:02