Last Updated: Sunday, March 3, 2013, 20:12

ढाका : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को सवार स्थित राष्ट्रीय स्मारक पहुंच कर वर्ष 1971 में हुए मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
बतौर राष्ट्रपति अपने पहले विदेश दौरे पर ढाका पहुंचते ही प्रणब ने स्मारक पर फूल चढ़ाए और मौन रखा। इस दौरान सेना ने ध्वज को आधा झुकाए रखा और बाद में उसे फिर फहराया गया।
प्रणब ने ‘अतिथि पुस्तिका’ में लिखा, ‘राष्ट्रीय शहीद स्मारक न्याय, मुक्ति और स्वतंत्रता के लिए किए गए बांग्लादेश के संघर्ष का प्रतीक है। यह हमें अपनी धरती-सोनार बांग्ला के लिए लड़ने और बलिदान करने वाले असंख्य पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की याद दिलाता है। मैं सभी शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’
सामान्य परिस्थितियों में प्रणब के शहीद स्मारक जाने का कोई विशेष महत्व नहीं होता क्योंकि सभी बड़ी हस्तियां वहां जाती हैं। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में जब बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के आदर्श को एक बार फिर जिया जा रहा है और जमात-ए-इस्लामी के नेताओं के खिलाफ सुनवायी हो रही है उन्हें युद्ध अपराधों के मामले में सजा सुनायी जा रही है इस यात्रा का विशेष महत्व है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 3, 2013, 15:49