प्रणब मुखर्जी बुधवार को लेंगे राष्ट्रपति पद की शपथ

प्रणब मुखर्जी बुधवार को लेंगे राष्ट्रपति पद की शपथ

प्रणब मुखर्जी बुधवार को लेंगे राष्ट्रपति पद की शपथ
नई दिल्ली : नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में बुधवार को देश के शीर्ष संवैधानिक पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह सुबह साढ़े ग्यारह बजे शुरू होगा। भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसएच कपाडिया मुखर्जी को देश के नए राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ दिलाएंगे।

इस अवसर पर ऐतिहासिक केन्द्रीय कक्ष में उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, केन्द्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, विदेशी राजनयिक, संसद सदस्य और प्रशासन तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद होंगे।

समारोह की शुरूआत निर्वतमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और निर्वाचित राष्ट्रपति मुखर्जी के संसद भवन पंहुचने से होगी। संसद भवन पंहुचने पर भारत के प्रधान न्यायाधीश, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष उनका स्वागत करेंगे और सेना के बैंड की धुन पर पारंपरिक जुलूस की शक्ल में उन्हें केन्द्रीय कक्ष तक लाएंगे।

उनके पोडियम पर आसीन होने के बाद शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत होगी। पाटिल मध्य में बैठेंगी और मुखर्जी उनके दायीं तरफ की सीट पर बैठेंगे। राष्ट्रगान की धुन बजने के बाद गृह सचिव आर के सिंह पाटिल की अनुमति लेंगे और नये राष्ट्रपति के तौर पर मुखर्जी के निर्वाचन की चुनाव आयोग की घोषणा पढ़ेंगे।

नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद मुखर्जी को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। तत्पश्चात मुखर्जी पद स्वीकार करने के संबोधन के बाद पाटिल से सीट बदलेंगे। इसके बाद राष्ट्रगान की धुन के साथ ही समारोह का समापन होगा। इसके बाद वह पाटिल के साथ राष्ट्रपति भवन रवाना होंगे।

इससे पहले मुखर्जी और उनकी पत्नी सुव्रा मुखर्जी बुधवार को सुबह राष्ट्रपति भवन के उत्तरी प्रांगण में पहुंचेंगे और सैन्य सचिव तथा राष्ट्रपति के एड.डि.कैंप उनकी अगवानी करेंगे और भव्य राष्ट्रपति भवन में लेकर जाएंगे। प्रतिभा पाटिल अपने उत्तराधिकारी की प्रतीक्षा कर रही होंगी और दोनों राष्ट्रपति भवन के अग्र प्रांगण में आएंगे जहां राष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मी उन्हें सलामी देंगे जिसके बाद वे राष्ट्रपति के लिमोजिन वाहन में संसद भवन पहुंचेंगे।

राष्ट्रपति भवन से संसद भवन तक उनके मार्ग में थलसेना, नौसेना और वायुसेना के एक हजार जवान उन्हें सलामी देंगे। संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुखर्जी निर्वतमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को तुगलक लेन स्थित उनके अस्थायी आवास पर छोड़ने जाएंगे। पुणे में आवास की साजसज्जा का काम पूरा होने तक पाटिल तुगलक लेन स्थित बंगले में रहेंगी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 24, 2012, 22:42

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