Last Updated: Monday, April 30, 2012, 08:51
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को अनुसूचित जातियों (एससी)और अनुसूचित जनजातियों (एसटी)को प्रोन्नति में आरक्षण मुहैया कराने के लिए संविधान में संशोधन का आह्वान किया।
सरकारी नौकरियों में प्रोन्नति में आरक्षण देने सम्बंधी उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द कर दिए जाने के बाद मायावती ने राज्यसभा में कहा कि इस मुद्दे पर संसद में बहस कराई जाए।
मायावती ने कहा कि इस तरह के निर्णय से एससी और एसटी का आरक्षण प्रभावित हुआ है। संविधान में आवश्यक संशोधन किया जाए और उसे इसी सत्र में पारित किया जाए, ताकि एससी और एसटी को उनके हक मिल सकें।
प्रोन्नति में एससी और एसटी को आरक्षण का निर्णय 2007 में उस समय लिया गया था, जब मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार की कमान सम्भाली थी। इस निर्णय को लेकर राज्य में काफी होहल्ला हुआ था, क्योंकि इस निर्णय से 10 लाख से अधिक कर्मचारी प्रभावित हो रहे थे।
मायावती ने सोमवार सुबह राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए इस पर बहस की मांग की। उन्होंने कहा कि यह एससी और एसटी के अधिकारों पर हमला है।
मायावती की इस मांग के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि सदस्य जब भी चाहें, सरकार इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 30, 2012, 22:24