Last Updated: Wednesday, June 19, 2013, 22:07
नई दिल्ली : भाजपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में सीबीआई ‘प्राइवेट मिलिशिया’ के रूप में काम कर रही है। पार्टी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने यहां कहा कि यह पूरा मामला केंद्र और राज्य सरकारों की आतंकवाद रोधी मशीनरी की साख गिराने का राजनीतिक षडयंत्र है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रायोजित मानवाधिकार कार्यकर्ता दावा करते हैं कि अगर कोई आतंकवादी भी है तो, क्या उसे मारा जाना चाहिए? हालांकि यह भी सचाई नहीं है। उन्हें मारा नहीं गया है बल्कि ये आतंकवादी पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में मारे गए हैं। लेखी ने कहा कि गृह मंत्रालय के ही हलफनामे में कहा गया था कि इशरत जहां लश्कर-ए-तोएबा की आतंकी है।
डेविड हेडली ने भी इस बात की पुष्टि की और लश्कर-ए-तोएबा की वेबसाइट में उसे शहीद बताया गया। लेकिन बाद में गृह मंत्रालय ने उसे लश्कर-ए-तोएबा की आतंकी बताए जाने संबंधी अपने हलफनामे को बदल दिया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी यह जानना चाहती है कि गृह मंत्रालय ने अपना हलफनामा क्यों बदला। उन्होंने इस बात की जांच की भी मांग की कि केंद्र सरकार में मंत्रियों के बदलने के साथ हलफनामे भी क्यों बदलने लगते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 19, 2013, 22:07