फंसे लोगों को निकालने में लगेंगे तीन और दिन: आईटीबीपी

फंसे लोगों को निकालने में लगेंगे तीन और दिन: आईटीबीपी

फंसे लोगों को निकालने में लगेंगे तीन और दिन: आईटीबीपीनई दिल्ली : बारिश के कारण बचाव अभियान पर असर पडने के बाद आईटीबीपी ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड के बाढ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालने का काम बहाल करने में तीन दिन और लगेंगे।

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक अजय चड्ढा ने कहा कि केदारनाथ से अधिकतर लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। कुछ लोग बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में रह गए हैं। उन्हें धीरे धीरे निकाला जा रहा है।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक बार हेलीकाप्टर फेरे लगने की स्थिति में हों तो हम बचाव अभियान बहाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मौसम 28 जून तक सही होने का अनुमान है। चड्ढा ने कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने अब तक 125 शव बरामद किए हैं जबकि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा रेस्पांस बल) ने लगभग 400 शव बरामद किए हैं। केदारनाथ में 40 से 50 साधू अभी भी फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि आईटीबीपी ने तलाशी और बचाव अभियान के लिए मानवरहित हवाई यान (यूएवी) ‘नेत्र’ को लगाया है जो केदारनाथ, भैरव चेटटी और जंगल चेटटी इलाकों में ‘स्कैन’ कर रहा है।

जमीन पर भी जवान मौजूद हैं ताकि किसी जीवित बचे व्यक्ति का पता लगाया जा सके। दो और नेत्र यूएवी का आर्डर किया गया है और मौसम साफ होने के बाद इन्हें लगाया जाएगा। केदारनाथ इलाके में भूस्खलन के कारण गांव के गांव पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। पिथौरागढ में सडक संपर्क बहाल हो गया है। आईटीबीपी के जवानों ने बद्रीनाथ से हनुमान चटटी तक सडक संपर्क बहाल कर दिया है। हर्षिल में सेना के छाताधारी कमांडो की मदद के लिए एनडीआरएफ की दो बटालियनें हैं। मौसम सुधरने पर यहां फंसे लोगों को हेलीकाप्टरों की मदद से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाएगा।

चड्ढा ने बताया कि भैरों चटटी में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। एनडीआरएफ यहां हेलीपैड बना रहा है। हेलीपैड बनने के बाद मौसम साफ होते ही हेलीकाप्टरों के जरिए लोगों को निकाला जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 24, 2013, 22:26

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