Last Updated: Wednesday, February 29, 2012, 09:18
नई दिल्ली : यहां के एक अस्पताल में 43 दिन से जिंदगी के लिए जूझ रही बच्ची फलक की हालत में सुधार का कोई संकेत नहीं दिखा है और उसकी हालत गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है। गत 18 जनवरी से उसका उपचार कर रहे डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि उसकी (फलक) हालत अब भी गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। उसे अब भी कृत्रिम श्वसन प्रणाली की जरूरत है। फलक को जिस समय अस्पताल लाया गया था, उस समय उसके सिर में गंभीर चोटें थीं, बांहें टूटी हुई थीं, उसके पूरे शरीर पर काटे जाने के निशान थे और उसके गालों को गर्म लोहे से दागा गया था।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उसके पांच जीवनरक्षक ऑपरेशन किए जा चुके हैं। उसके मस्तिष्क में लगी चोट के चलते वह मानसिक रूप से अक्षम हो सकती है या फिर ताउम्र उसका शरीर निष्क्रिय रह सकता है। उपरी घाव ठीक हो चुके हैं। निशान अभी ठीक होने हैं। उन्होंने कहा कि एक बार वह खुद सांस लेने में सक्षम हो जाए तो हम उसे कुछ दिनों में वार्ड में स्थानांतरित कर देंगे।
फलक की अवस्था को देखकर भारतीयों, यहां तक कि अमेरिका और कनाडा तक के लोगों ने डॉक्टरों से संपर्क किया है और उसे गोद लेने की इच्छा जाहिर की है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 29, 2012, 14:48