Last Updated: Friday, February 3, 2012, 06:16
नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में जीवन के लिए संघर्ष कर रही दो वर्ष की फलक की हालत में सुधार हुआ है और उसे शुक्रवार को वेंटिलेटर से हटा लिया गया।
डाक्टरों का कहना है कि अगर आने वाले कुछ दिनों में बच्ची की हालत में सुधार का यह सिलसिला जारी रहा तो वह उसका एक और आपरेशन कर सकेंगे।
न्यूरोसर्जन डा. दीपक अग्रवाल ने बताया, ‘शुक्रवार सुबह छह बजे वेंटिलेटर से हटाया गया। उसके रक्त संबंधी परीक्षणों के बाद हम यह कह सकते हैं कि एंटीसेप्टिक दवाओं के असर से उसका संक्रमण कम हो सकता है, लेकिन उसकी हालत गंभीर और यथावत बनी हुई है।
बच्ची को पिछले महीने की 18 तारीख को अस्पताल लाया गया था। उसके सिर पर गहरी चोट थी, उसकी बांहें टूटी हुई थी, पूरे बदन पर काटने के निशान थे और उसके गालों को गर्म प्रेस से जलाया गया था।
उसे लेकर आई किशोरी ने खुद को उसकी मां बताया और कहा कि पलंग से गिरने के कारण उसकी यह हालत हो गई। अब तक फलक की दो सर्जरी हो चुकी हैं।
डाक्टरों ने कहा था कि बच्ची के कई अंगों के नाकारा होने का खतरा पैदा हो गया है क्योंकि मस्तिष्क में फैला संक्रमण उसके सीने तक पहुंच गया है और रक्त में भी प्रवेश कर गया है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 4, 2012, 08:49