Last Updated: Sunday, January 29, 2012, 09:45
नई दिल्ली : एम्स में भर्ती दो साल की बच्ची फलक की हालत में रविवार को कोई सुधार नहीं दिखाई दिया जबकि मुम्बई में पुलिस दल अभी उस व्यक्ति को नहीं तलाश पाया है जिसने उसे गोद लेने का दावा किया था।
फलक का अस्पताल में आज 12वां दिन था और उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है लेकिन उसके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति स्थिर है।
एम्स के जयप्रकाश नारायण ट्रामा सेंटर के गहन चिकित्सा इकाई में बच्ची की देखरेख करने वाले चिकित्सकों ने कहा, उसकी स्थिति कल जैसी ही है। फलक का इलाज करने वाले न्यूरोसर्जन डॉ. दीपक अग्रवाल ने कहा, उसकी शारीरिक स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं है। उसे वेंटीलेटर से हटा दिया गया है और उसके महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति स्थिर है। लेकिन वह अभी भी बेहोश है तथा उसकी स्थिति नाजुक है।
बच्ची को 18 जनवरी को बुरी स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके सिर में गंभीर घाव थे। पूरे शरीर पर काटे जाने के निशान थे। उसे एक किशोरी अस्पताल लेकर आयी थी जिसने उसकी मां होने का दावा किया था। किशोरी लेकिन बाद में अपनी बात से पलट गई और कहा कि वह उसकी रिश्तेदार नहीं है। किशोरी गत वर्ष अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। उसे बच्ची उसके प्रेमी ने दी थी जिसकी पहचान 22 वर्षीय राजकुमार के रूप में की गई है। राजकुमार फिलहाल फरार है। कुछ दिन पहले एक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बच्ची की जांच की थी जिसके बाद उसके यौन शोषण की बात खारिज कर दी गई थी।
अग्रवाल ने कहा, ऐसा लगता है कि उसके शरीर पर निशान मनुष्य के काटने के हैं। इसकी पुष्टि करने के लिए हमने फोरेंसिक विशेषज्ञ को बुलाया है। वे विश्लेषण करके हमें बताएंगे बच्ची को नाक के रास्ते नली के जरिये भोजन दिया जा रहा है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस अभी तक राजकुमार तक नहीं पहुंच पायी है। हालांकि पुलिस दल उसकी तलाश के लिए मुम्बई में है। उसकी पत्नी और ससुराल वाले वहीं रहते हैं।
राजकुमार को कथित रूप से बच्ची एक महिला ने दी थी जिसे वह जानता है। राजकुमार ने बच्ची की देखभाल के लिए उसे किशोरी को दे दिया। बच्ची के असली माता पिता का पता लगाने के लिए पुलिस दल बिहार भी भेजे गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 30, 2012, 12:24