Last Updated: Tuesday, February 21, 2012, 09:53
नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टर दो वर्षीय फलक से धीरे-धीरे वेंटिलेटर को हटा रहे हैं ताकि वह अपने आप सांस लेना शुरू कर सके। फलक को अस्पताल में 18 जनवरी को भर्ती कराया गया था तब से उसे वेंटिलेटर पर ही रखा गया है।
डॉक्टरों ने कल फलक के मस्तिष्क में कोई संक्रमण नहीं मिलने के बाद उसका पांचवा ऑपरेशन किया था। उसका इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन डॉक्टर दीपक अग्रवाल ने बताया कि एक महीना से अधिक हो गया है और वह अभी तक वेंटिलेटर पर ही निर्भर है जिससे वह खुद से सांस नहीं ले पा रही है। यह अच्छा संकेत नहीं है। इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया है कि वेंटिलेटर से उसकी निर्भरता को धीरे-धीरे खत्म किया जाय।
इस बच्ची को सिर में कई चोटों, टूटे हुए हाथ, पूरे शरीर पर कटने के निशान और गर्म लोहे से जले हुए गालों के साथ काफी मुश्किल हालात में अस्पताल लाया गया था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 21, 2012, 15:23