Last Updated: Tuesday, February 7, 2012, 14:41
नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रामा सेंटर में जीवन और मौत से जूझ रही बच्ची फलक की हालत पर पूरी गंभीरता से संज्ञान लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस से इस मामले से जुडी जांच पर रिपोर्ट मांगी है । मंत्रालय ने इसे मानव तस्करी का मामला बताया है।
गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव बी भामति ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह मानव तस्करी का मामला है। हमने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस यह पता लगाने के उद्देश्य से मामले की जांच कर रही है कि दो साल की बच्ची की इस बुरी हालत के लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं। पुलिस जांच कर रही है। यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।
फलक को एम्स के ट्रामा सेंटर में 18 जनवरी को भर्ती कराया गया था। उसके सिर में गंभीर चोटें थीं। उसके दोनों हाथ टूटे हुए थे। पूरे शरीर पर दांत से काटने के निशान थे और उसके गालों को गर्म लोहे से जलाया गया था।
अस्पताल में भर्ती होने के तुरंत बाद डाक्टरों ने उसका जीवन बचाने के लिए उसके दिमाग की सर्जरी की और उसके बाद दो और आपरेशन किए गए। डाक्टरों का कहना है कि उसकी और कई ऐसी सर्जरी करनी होंगी, लेकिन उसके खून में संक्रमण का स्तर कम नहीं होने के कारण फिलहाल कोई आपरेशन नहीं किया जा रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 7, 2012, 23:19