Last Updated: Wednesday, February 15, 2012, 16:06
नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उस वक्त भावुक क्षण देखने को मिला जब अस्पताल में बुरी तरह घायल अवस्था में भर्ती दो वर्षीय फलक से उसकी मां मुन्नी मिली।
एम्स के आईसीयू में जब 22 वर्षीय मुन्नी अपनी बेटी फलक से मिली तो उसकी आंखों में आसू थे। उसने दावा किया कि वह अपने तीन बच्चों से दूसरी शादी से कुछ समय पहले अलग हो गई थी। वहां विगत 29 दिन से फलक जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
उनका इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन दीपक अग्रवाल ने कहा, उन्होंने करीब 15 मिनट आईसीयू में बिताए। नर्स ने उन्हें निर्देश दिया था कि वह अकेले भीतर जाएं। वह अपनी बेटी को देखती रही और अपनी बेटी के आस-पास इतना सारा चिकित्सा उपकरण लगा देखकर अवाक थी।
मुन्नी जब अपनी बेटी से मिलने आई थी तो उस दौरान वहां मौजूद एक नर्स ने कहा, आईसीयू से बाहर निकलने के बाद वह काफी रोई। इस बीच, अग्रवाल ने कहा कि फलक के मस्तिष्क में संक्रमण का स्तर कम नहीं हुआ है और उसकी हालत अब भी गंभीर लेकिन स्थिर है।
चिकित्सकों ने उसकी जान बचाने के लिए कल चौथी बार उसकी सर्जरी की। यह सर्जरी मस्तिष्क में संक्रमण से लड़ने के वैकल्पिक प्रयासों के तहत की गई। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 15, 2012, 21:36