Last Updated: Thursday, August 25, 2011, 08:33
नई दिल्ली : अन्ना की मयूर विहार से गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर सरकार दिल्ली पुलिस की आड़ ले रही है. अब तक अन्ना के आंदोलन पर संयम दिखा तारीफ बटोरती दिल्ली पुलिस ने आखिरकार अपना रंग दिखा ही दिया. दिल्ली पुलिस ने गुरूवार सुबह यानी अन्ना हजारे के अनशन के 10वें दिन शर्तें तोड़ने का आरोप लगाया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि अन्ना तथा उनके सहयोगियों ने अनशन के लिए मंजूर की गई शर्तों का उल्लंघन किया है.
दिल्ली पुलिस ने अन्ना तथा उनके सहयोगियों पर शर्तों के उल्लंघन के पांच आरोप लगाए हैं, जिसमें प्रमुख हैं मंच से भड़काऊ भाषण देना, कार्यकर्ताओं का सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, रात दस बजे के बाद भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाना, सरकारी डॉक्टर को जांच से रोका जाना तथा सड़क पर अन्ना समर्थक द्वारा यातायात नियमों की अवहेलना करना. ऊपर से सहयोग का दिखावा करने वाली दिल्ली पुलिस के हाथ सिर्फ यह देखने के लिए रुके हैं कि केंद्र सरकार और अन्ना के बीच बातचीत किस नतीजे पर पहुंचती है. बुधवार रात 9 बजे एम्स के तीन डॉक्टरों की टीम जब रामलीला मैदान पहुंची तो अन्ना के सहयोगियों ने इनसे अन्ना हजारे की जांच कराने से मना कर दिया. इस बाबत अन्ना के सहयोगियों का आरोप है कि सरकारी डॉक्टरों द्वारा जांच के बहाने अन्ना हजारे को अस्पताल ले जाने की कोशिश की जा रही थी. इस पर दिल्ली पुलिस के ज्वॉइंट कमिश्नर सुधीर यादव ने रामलीला मैदान पहुंचकर अन्ना के सहयोगियों से बात की थी. माना जा रहा है कि इसके बाद ही दिल्ली पुलिस का यह रुख सामने आया.
First Published: Thursday, August 25, 2011, 14:04