Last Updated: Wednesday, August 7, 2013, 18:07
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय एवं रक्षा मंत्री के विरोधाभासी बयानों को पाक सेना को क्लीनचिट देना बताते हुए बीजेपी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से स्पष्टीकरण देने की मांग की। साथ ही कहा कि रक्षा मंत्री इसके लिए देश से माफी मांगे। बुधवार को लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने पाकिस्तानी सेना को ‘क्लीन चिट’ देने के लिए एंटनी की आलोचना की।
आज तीन बजे सदन की बैठक शुरू होने पर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री केवी थामस ने सदन में खाद्य सुरक्षा विधेयक पेश किया। विधेयक पेश किए जाने के बाद जब अध्यक्ष मीरा कुमार ने इस पर भाजपा नेता सुषमा स्वराज को अपनी बात रखने को कहा तो विपक्ष की नेता ने कहा कि खाद्य सुरक्षा बहुत जरूरी है लेकिन उससे कहीं अधिक जरूरी है देश की सीमाओं की रक्षा।
विपक्ष की नेता सुषमा ने कहा कि रक्षा मंत्री एके एंटनी ने जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी सेना द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के मामले में पाक को दोषमुक्त करने वाला बयान दिया है जबकि सेना ने हमले के लिए पाकिस्तानी सैनिकों को जिम्मेदार ठहराया था। सुषमा ने कहा कि जब एंटनी ने लोकसभा में कल इस संबंध में अपना बयान पढ़ा तो उसमें से सेना द्वारा जोड़ी गई लाइन को काट दिया। विपक्ष की नेता ने कहा कि यह एक गंभीर विषय बन गया है। उन्होंने मांग की कि एंटनी इस बारे में सदन में आकर स्पष्टीकरण दें और माफी मांगे। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री पाकिस्तान को खुश करने के चक्कर में उसे माफ कर देते हैं।
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना हमारे सैनिक का सिर काट कर ले जाती है और एंटनी कहते हैं कि पाक सेना दोषी नहीं है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि सेना प्रमुख जम्मू गए हैं और वे लौट कर पूरी रिपोर्ट देंगे और उसके बाद जरूरत हुई तो एंटनी सदन में बयान देंगे। लेकिन भाजपा सदस्य कमलनाथ की बात से संतुष्ट नहीं हुए और रक्षा मंत्री को सदन में बुलाए जाने की मांग करने लगे। बाद में अध्यक्ष ने हंगामा थमते नहीं देख बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सुषमा ने यह भी कहा कि कल हमने पांच भारतीय सैनिकों की शहादत पर रक्षा मंत्री से बयान देने की मांग की थी। रक्षा मंत्री का बयान आया। इस बीच, दोपहर में रक्षा मंत्रालय का बयान भी आया। दोनों बयान अलग-अलग थे। हालांकि रक्षा मंत्री के बयान के बाद रक्षा मंत्रालय के बयान का स्वरूप ही बदल गया। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने पहले कहा था कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी जिसमें पाकिस्तानी सैनिक भी शामिल थे, उन्होंने भारतीय चौकी को निशाना बनाया। जबकि रक्षा मंत्री ने बयान दिया कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी जो पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने हुए थे, उन्होंने भारतीय चौकी को निशाना बनाया।
सुषमा ने कहा कि रक्षा मंत्री एंटनी के बयान के बाद रक्षा मंत्रालय के बयान का स्वरूप ही बदल गया और उसमें से पाकिस्तानी सैनिक से जुड़े अंश को हटा दिया गया। विपक्ष की नेता ने कहा कि यह अत्यंत ही गंभीर मामला है जिसमें रक्षा मंत्री ने पाकिस्तानी सेना को क्लीनचिट देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्री तथ्य स्वीकार करें और देश से माफी मांगे।
First Published: Wednesday, August 7, 2013, 18:07