Last Updated: Tuesday, November 29, 2011, 09:52
नई दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय सरकार के अनुरोध पर फ्रांस सरकार ने अपने देश के विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं में जमा भारतीय धनराशि का ब्यौरा उपलब्ध कराया है। राज्यसभा में मंगलवार को वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने यह बताया कि केंद्र सरकार के अनुरोध पर फ्रांस ने उन भारतीयों के ब्यौरे भी उपलब्ध कराए हैं, जिनके स्विटजरलैंड के बैंकों में से एक बैंक में खाते हैं।
दोहरे कराधान के परिहार संबंधी करार (डीटीएए) के तहत प्राप्त की गई सूचना डीटीएए के गोपनीयता वाले उपबंधों के तहत आती है।
मुखर्जी ने डी. राजा के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि काले धन को देश में वापस लाने के लिए सरकार द्वारा पांच स्तरीय कार्यनीति तैयार की गई है, जिसके अनुसार कालेधन के विरुद्ध विश्वस्तरीय अभियान में शामिल होना एक उपयुक्त कानूनी ढांचा सृजित करना अवैध निधियों से निपटने के लिए संस्थाओं की स्थापना कार्यान्वयन के लिए प्रणाली का विकास करना और प्रभावी कार्रवाई के लिए कर्मचारियों को दक्षता प्रदान करना शामिल है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 29, 2011, 15:22