Last Updated: Friday, March 2, 2012, 15:35
बेंगलुरु : भारत ने साफ कर दिया है कि अरबों डॉलर की लागत से 126 लड़ाकू विमानों के करार के लिए फ्रांसीसी ‘राफेल’ का चयन अंतिम है और वह अनुबंध की बातचीत को गलत दिशा में जाने की उम्मीद नहीं करता है।
रक्षा राज्य मंत्री एमएम पल्लम राजू ने कहा, ‘जहां तक चयन की बात है, फैसला अंतिम है।’ उन्होंने यह बात उस वक्त कही, जब उनसे ब्रिटेन के उस बयान के बारे में पूछा गया कि वह ‘यूरोफाइटर टाइफून’ लड़ाकू विमान पर विचार करने के लिए भारत को राजी करने की कोशिश करेगा और नई दिल्ली का फैसला सिर्फ प्रारंभिक है न कि अंतिम। ‘यूरोफाइटर टाइफून’ को चार देशों ने मिलकर बनाया है।
राजू ने बताया कि राफेल के निर्माता डसाउल्ट एवियेशन के साथ अनुबंध की बातचीत जारी है। बातचीत पूरी हो जाने के बाद हम कह सकते हैं कि अब अंतिम है। यह पूछे जाने पर कि क्या इसका मतलब यह है कि करार खुला हुआ है, राजू ने कहा, ‘नहीं’। उन्होंने कहा कि फिलहाल इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह अंतिम चीज है। उम्मीद करता हूं कि कुछ गलत नहीं होगा अनुबंध पर बातचीत में।
गौरतलब है कि 126 ‘मध्यम बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान’ (एमएमआरसीए) की आपूर्ति के अरबों डॉलर के अनुबंध के लिए पिछले महीने ब्रिटेन ने यूरोफाइटर टाइफून के लिए राह बनाने की कोशिश की थी। भारत ने 31 जनवरी को घोषणा की थी वायुसेना के लिए 126 लड़ाकू विमानों की खरीद में राफेल ने सबसे कम बोली लगाई है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 2, 2012, 21:06