Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 19:55
मल्कानगिरि (ओड़िशा) : ओड़िशा के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक का दौरा करने के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि यदि माओवादी आदिवासियों के विकास को लेकर वास्तव में गंभीर हैं, उन्हें बंदूक छोड़कर चुनावी राजनीति में आना चाहिए । रमेश ने आदिवासियों और गरीबों के मुक्तिदाता होने के माओवादियों के दावे को भी गलत करार दिया और कहा कि वास्तव में वे हिंसा कर विकास को पटरी से उतार रहे हैं।
नक्सल प्रभावित जिले के अपने दो दिवसीय दौरे को संपन्न करते हुए मंत्री ने कहा कि बंदूक की नोंक पर किसी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता। यदि माओवादी आदिवासियों के विकास और गरीबों की सेवा करने को लेकर गंभीर हैं तो उन्हें हिंसा छोड़ देनी चाहिए और समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर चुनावी राजनीति में भाग लेना चाहिए तथा चुनाव लड़ना चाहिए।
रमेश ने यहां अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों और पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आदिवासियों और गरीबों के मुक्तिदाता होने के लंबे चौड़े दावों के बावजूद माओवादी असल में विकास को पटरी से उतार रहे हैं, विचारधारा से भटक रहे हैं और लोगों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित कर रहे हैं। माओवादियों की हिंसा की निन्दा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हर किसी को लोकतंत्र में रहने का अधिकार है और कानून सबके लिए समान है। आदिवासियों को ‘अत्यंत ईमानदार और साधारण’ करार देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि माओवादी उन्हें बहका रहे हैं और गुमराह कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 19:55