बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश, पुणे ब्‍लास्‍ट की गुत्‍थी सुलझी

बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश, पुणे ब्‍लास्‍ट की गुत्‍थी सुलझी

बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश, पुणे ब्‍लास्‍ट की गुत्‍थी सुलझीज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

नई दिल्‍ली : इंडियन मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को दिल्‍ली में शुक्रवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। दिल्‍ली पुलिस ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इन आतंकियों से पूछताछ के बाद पुणे ब्‍लास्‍ट की गुत्‍थी सुलझ गई है। वहीं, त्‍योहारों के मौके पर आतंकियों ने धमाके करने की योजना बना रखी थी। आतंकियों की दिल्‍ली, बोधगया में ब्‍लास्‍ट को अंजाम देने की योजना थी।

दिल्ली पुलिस के आयुक्त नीरज कुमार ने कहा कि तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही हमने अगस्त में हुए पुणे बम विस्फोटों का मामला सुलझा लिया है। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी दिल्ली और बोधगया के एक मंदिर में हमले की योजना थी।

दिल्ली पुलिस ने आज आतंकवादियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी कामयाबी हासिल करने दावा किया है। इन तीनों पर दो महीने पहले पुणे में हुए कम क्षमता वाले विस्फोटों में संलिप्त होने का आरोप है। माना जाता है कि ये तीनों इंडियन मुजाहिदीन के भगोड़े प्रमुख यासिन भटकल के करीबी हैं। गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के आतंकवाद विरोधी इकाई के विशेष प्रकोष्ठ ने की।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के पास से पुलिस ने कुछ हथियार और गोलाबारूद बरामद किया है। सूत्रों ने बताया कि इस साल अगस्त में पुणे में हुए कम क्षमता वाले चार बम विस्फोटों के मामले में ये तीनों कथित तौर पर शामिल थे। विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया था।

पुलिस ने 27 मार्च को इंडियन मुजाहिदीन के एक अन्य संदिग्ध आतंकवादी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से एक किलोग्राम विस्फोटक और एक डेटोनेटर के साथ गिरफ्तार किया था । वह भी कथित तौर पर भटकल का सहयोगी था।

असादुल्ला रहमान उर्फ दिलकश (20) को करावल नगर के चंदू नगर से गिरफ्तार किया गया। बिहार में दरभंगा का रहने वाला दिलकश पिछले साल नवंबर में कथित तौर पर पश्चिमी दिल्ली के नागलोई में इंडियन मुजाहिदीन के एक हथियार कारखाने में पुलिस द्वारा की गयी छापेमारी के दौरान बच निकला था। इस छापेमारी में कई संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि दिलकश ने पुलिस को बताया कि हाल ही में उसने चंदू नगर में एक परिसर किराये पर लिया था जहां से जांचकर्ताओं ने कथित तौर पर एक किलोग्राम विस्फोट पाउडर, एक डेटोनेटर, एक टाइमर और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। अधिकारी ने बताया कि वह पहले गिरफ्तार किये जा चुके इंडियन मुजाहिदीन के विचारक मोहम्मद कफील अहमद के संपर्क में आया। अहमद ने उसे इंडियन मुजाहिदीन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। फरवरी 2011 में अहमद ने उसे भटकल से मिलाया जिसने उसे और प्रेरित किया। अधिकारी ने बताया कि पिछले साल अप्रैल में भटकल के निर्देश पर वह दिल्ली पहुंचा और नागलोई के मीर विहार कारखाने में चला गया जिसका बाद में पुलिस ने भंडाफोड़ किया।

वहां पर उसने हथियार बनाना सीखा और मोहम्मद इरशाद और भटकल को कथित तौर पर पिस्तौल, अन्य हथियार और गोलाबारूद बनाने में सहायता की। अधिकारी ने दावा किया कि वह भटकल का करीबी सहयोगी बन गया।

First Published: Thursday, October 11, 2012, 16:38

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