Last Updated: Wednesday, September 11, 2013, 17:18

तिरुवनंतपुरम : इस बात के मजबूत संकेत देते हुए कि भाजपा नरेन्द्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार जल्द घोषित कर सकती है, पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि संप्रग शासन में देश नेतृत्व के संकट से जूझ रहा है इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव ‘नेतृत्व पर रायशुमारी’ होंगे। जेटली ने कहा कि सत्ता विरोधी निर्णय अवश्यंभावी है और देश एक बदलाव का रास्ता देख रहा है।
संप्रग सरकार को उसकी ‘अनिर्णय की स्थिति’ के लिए फटकार लगाते हुए और प्रधानमंत्री पर खास तौर से निशाना साधते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘यह चुनाव नेतृत्व पर रायशुमारी भी होंगे, जब लोग नेताविहीन स्थिति के मायाजाल से निकलेंगे।’ मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जब प्रमुख विपक्षी दल, जिसके पास प्रामाणिक नेतृत्व है, एक मजबूत शख्सियत को पेश करेगा तो इस बार के चुनाव का स्वरूप ‘अर्ध राष्ट्रपति प्रणाली’ की तरह बन जाएगा।
अरबिंदो कल्चरल सोसायटी द्वारा यहां ‘द करंट पोलिटिकल सिचुएशन इन द कंट्री’ विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में जेटली ने कहा कि सत्ता विरोधी निर्णय अवश्वंभावी है और देश एक बदलाव का रास्ता देख रहा है। यह दोहराते हुए कि संप्रग के पास भाजपा द्वारा पेश की गई चुनौती का कोई जवाब नहीं है, जेटली ने कहा कि संप्रग ‘वंशवादी नेतृत्व’ पर भरोसा करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, ‘भाजपा के पास एक प्रामाणिक नेतृत्व है, जिसमें से एक प्रमुख शख्सियत का उदय होगा। संप्रग के पास इस चुनौती का कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस के पास भरोसा करने लायक मात्र एक परिवार है।’ कोलगेट से लेकर रुपए की गिरावट तक के लिए संप्रग सरकार की आलोचना करते हुए जेटली ने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी असफलता प्रधानमंत्री की अनिर्णय की स्थिति है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 11, 2013, 17:18