Last Updated: Saturday, March 2, 2013, 12:56

तिरुवनंतपुरम : ‘ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वूमेन्स एसोसिएशन’ की उपाध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य टी.एन. सीमा ने महाराष्ट्र के भंडारा में हुए बलात्कार कांड के नाबलिग पीड़ितों का नाम लेने को लेकर गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे की आलोचना की है।
एक बयान में सीमा ने कहा कि शिन्दे ने उच्च सदन में कल बहस के दौरान तीनों बलात्कार पीड़ितों के नाम का जिक्र कर भारतीय दंड संहिता की धारा 228 ए का उल्लंघन किया है। सीमा ने कहा, ‘दिल्ली में 16 दिसंबर को हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के दो माह भी नहीं हुए कि भंडारा में तीन बहनों के साथ कथित तौर पर बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गई। इससे देश भर में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की प्रकृति का पता चलता है और उससे भी बड़ी बात यह है कि गृह मंत्री शिन्दे ने पीड़ितों के नाम उजागर कर दिए।’ उन्होंने कहा ‘पूरी घटना के बारे में एक आम बयान से उनकी गैरसंवेदनशीलता साफ जाहिर हुई है।’
माकपा की महिला मोर्चे की नेता ने 14 फरवरी से लड़कियों के लापता होने के बारे में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने में किए गए शुरुआती विलंब की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘इस मामले को सुलझाने के लिए 15 से अधिक पुलिस दल बनाए गए और एडीजीपी तथा आईजी रैंक के अधिकारियों को भी जिम्मा सौंपा गया लेकिन अब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।’
सीमा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से दोषियों को शीघ्र पकड़ने के लिए जांच तेज करने को भी कहा। हालांकि शिन्दे इस बात की जांच करने के आदेश दे चुके हैं कि जो बयान उन्होंने पढ़ा उसमें बलात्कार पीड़ितों के नाम कैसे डाले गए थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 2, 2013, 12:56