Last Updated: Monday, December 26, 2011, 14:46
चेन्नई : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आश्वस्त कि केरल स्थित मुल्लापेरियार बांध के लिए सुरक्षा उपलब्ध कराने पर केंद्र सरकार विचार करेगी। तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने यह आश्वासन द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान दिया।
प्रधानमंत्री ने मुलाकात के दौरान कहा कि केरल एवं तमिलनाडु के लोगों के सौहार्दपूर्ण रिश्तों पर इस विवाद का प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए और केंद्र सरकार दोनों राज्यों में सामान्य स्थिति लाने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने केरल में बांध की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल पर विचार करने का आश्वासन दिया।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री एवं डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को यहां राजभवन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। करुणानिधि ने सिंह से मुल्लापेरियार बांध मामले में केरल में तमिलों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए कहा। करुणानिधि ने अपनी 20 मिनट की मुलाकात के दौरान सिंह को बांध मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपा।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ने बांध की संग्रहण क्षमता बढ़ाने के लिए उसकी ऊंचाई वर्तमान 136 फुट से बढ़ाकर 142 फुट करने के 2006 में आए सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित कराने को कहा कि केरल इस आदेश को स्वीकार करे।
केंद्रीय मंत्री एम.के. अलागिरी, सांसद टी.आर. बालू व कनिमोझी व पार्टी नेता के. अनबाझागन व अन्य के साथ करुणानिधि ने प्रधानमंत्री से केरल को तमिलनाडु के साथ सहयोग करने की सलाह देने के लिए कहा।
केरल व तमिलनाडु के बीच मुल्लापेरियार बांध को लेकर मतभेद हैं। साल 1886 में तत्कालीन त्रावणकोर के महाराजा व ब्रिटिश राज के बीच इस बांध को लेकर एक समझौता हुआ था। बांध केरल में स्थित है जबकि तमिलनाडु इसके पानी का इस्तेमाल करता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 26, 2011, 20:20