Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 21:18
नई दिल्ली : इटली की कंपनी से खरीदे जा रहे वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के सौदे को लेकर लग रहे तमाम आरोपों के बीच वायुसेना के कई पूर्व प्रमुखों का कहना है कि इस सौदे में वायुसेना का काम सिर्फ तकनीकी पहलुओं की जांच करना था वाणिज्यिक पहलुओं पर बातचीत में उसकी (वायुसेना की) कोई भूमिका नहीं थी।
पूर्व वायुसेना प्रमुख पी.वी. नायक ने कहा, ‘मैं कुछ चीजें स्पष्ट करना चाहता हूं। भारतीय वायुसेना की प्राथमिक जिम्मेदारी गुणवत्ता की जांच करना है । हम रक्षा मंत्रालय की ओर से मंजूरी प्राप्त वायुयानों की तकनीकी जरूरतों की जांच करते हैं, विभिन्न वायुयानों (हेलीकॉप्टरों) की क्षमता, हथियार प्रणाली आदि की समीक्षा करते हैं और अपनी रिपोर्ट देते हैं।’ पूर्व एयर चीफ मार्शल एस. कृष्णस्वामी का कहना है कि जो हेलीकॉप्टर विवाद में हैं उनकी खरीद अति विशिष्ट (वीवीआईपी) लोगों को लाने-ले-जाने के लिए की गई है, रक्षा उपयोग के लिए नहीं। उन्होंने दावा किया कि खरीद प्रक्रिया पूरी तरह से प्रधानमंत्री कार्यालय और विशेष रक्षा समूह (एसपीजी) से संचालित थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 21:18