Last Updated: Wednesday, May 15, 2013, 09:41

लखनऊ : केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा मंगलवार को एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए। इस बार बेनी ने कहा कि बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराने में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुलायम सिंह यादव की मिलीभगत थी।
राजधानी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मुलायम ने ही आडवाणी को रथयात्रा निकालने की सलाह दी थी। इन दोनों की मिलीभगत से ही बाबरी ढांचा गिराया गया और इस षड्यंत्र में मुलायम भी शामिल थे।
बेनी ने कहा कि मुलायम ने हमेशा ही सांप्रदायिक ताकतों का साथ दिया है। गुजरात विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने मोदी की जीत में अहम भूमिका अदा की। उन्होंने कई सीटों पर उम्मीदवार उतारे जिसकी वजह से मुसलमानों का वोट बंट गया और मोदी जीत गए।
बेनी ने कहा कि वरुण गांधी को बाराबंकी की अदालत ने इसलिए बरी कर दिया क्योंकि सपा की सरकार ने सही तरीके से अपना पक्ष नहीं रखा। उन्होंने कहा कि सपा अब लोहिया के आदर्शो को भूल गई है इसलिए वह समाजवाद से दूर होती जा रही है। बेनी ने सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा। बेनी ने कहा कि बसपा और सपा के बहकावे में ब्राह्मण नहीं आने वाले।
बेनी ने कहा कि ब्राह्मण समझदार हैं उन्हें किसी के बहकावे में आने की जरूरत नही है। उन्हें पता है कि वोट किसे देना है। सम्मेलन करने से वोट नही मिला करते। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 15, 2013, 09:41