बाल स्वास्थ्य के लिए नई योजना का शुभारंभ

बाल स्वास्थ्य के लिए नई योजना का शुभारंभ

ठाणे (महाराष्ट्र) : संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को यहां कहा कि सरकार खास तौर से पिछड़े इलाकों में रहने वाली महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण का अधिकतम ध्यान रख रही है।
सोनिया गांधी ने कहा कि बच्चे इस देश का भविष्य हैं और उनका कल्याण हमारी प्रमुख चिंता है। बच्चे का स्वास्थ्य का सीधा संबंध उसकी माता के स्वास्थ्य से है और इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं।

प्रमुख सरकारी योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) को जारी करने के दौरान संप्रग अध्यक्ष ने यह टिप्पणी की। यह योजना राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शुरू की गई है। इस योजना का लक्ष्य देश भर के 27 करोड़ से ज्यादा बच्चों को समग्र स्वास्थ्य सुविधा लाभ पहुंचाना है। सोनिया गांधी ने आरबीएसके को बच्चों में कुपोषण पर नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश में करीब 40 प्रतिशत बच्चे कुपोषण का शिकार हैं जो गंभीर चिंता का विषय है। मुझे विश्वास है कि आरबीएसके इस समस्या पर नियंत्रण की दिशा में सफल साबित होगा।

संप्रग अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन के तहत 12 करोड़ से ज्यादा बच्चे ताजा और अच्छा खाना पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के पिछड़े क्षेत्रों के विकास कार्य के लिए धन में कमी नहीं आएगी और देश के अविकसित हिस्सों के कल्याण के लिए कई योजनाएं सूचीबद्ध हैं।

सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में पिछड़े क्षेत्रों में सरकार ने 27 नए नर्सिंग स्कूल खोले हैं और थाने में पालघर (उप जिला) को आरबीएसके को शुरू करने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह जनजाति बहुल है। इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने उल्लेख किया कि महज कुछ साल पहले तक हर साल दो लाख बच्चे पोलियो के शिकार होते थे। उन्होंने कहा कि अब भारत पोलियो मुक्त है और यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा का अधिकार इस बात को सुनिश्चित करेगा कि कोई भी बच्चा बुनियादी शिक्षा से महरूम नहीं रहे। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा विधेयक बच्चों में कुपोषण को घटाने में कारगर साबित होगा।

समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे। पालघर से बड़ी संख्या में जनजाति समुदाय के लोगों के अलावा ठाणे जिले के आसपास के इलाके के भी लोग जुटे थे। आरबीएसके के तहत सरकार ने 18 साल तक के सभी बच्चों को स्वास्थ्य सुविधाओं का पैकेज सुनिश्चित किया है। पालघर से शुरू इस योजना का विस्तार भिन्न स्तरों पर पूरे देश में किया जाएगा। योजना के तहत बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी 30 आम समस्याओं की जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर उनका समय रहते इलाज किया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 6, 2013, 21:16

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