Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 09:27
नई दिल्ली : भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के शीर्ष नेताओं की पांच घंटे तक चली बैठक में आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा हुयी लेकिन प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी एवं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दों पर कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ।
राजधानी के राजदूत मार्ग पर पार्टी के एक सचिव के घर पर हुयी इस उच्च स्तरीय बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, अनंत कुमार और महासचिव रामलाल ने भाग लिया।
संघ की ओर से बैठक में महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी, संयुक्त महासचिव सुरेश सोनी, मदनदास देवी, वी सतीश, सौदान सिंह और दत्तात्रेय होसबोले ने भाग लिया।
संघ प्रमुख मोहन भागवत शहर में थे लेकिन उन्होंने बैठक में भाग नहीं लिया। बहरहाल सूत्रों ने बताया कि भागवत को बैठक में हुए विचार-विमर्श से अवगत कराया गया।
बैठक में हुए विचार-विमर्श के मुद्दों के बारे में भले ही भाजपा एवं संघ कुछ भी कहने से बचते रहे लेकिन सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री प्रत्याशी का मुद्दा नहीं उठा। भाजपा में एक वर्ग इस बात को लेकर बेहद उत्सुक है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को पार्टी का प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाया जाय ताकि चुनाव में पार्टी की संभावना बेहतर हो सके। संघ भी मोदी की तारीफ करता रहा है लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री प्रत्याशी बनाने के बारे में वह चुप्पी साधे हुए है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 09:27