बीजेपी का किनारा, अंशुमान नहीं लड़ेंगे चुनाव - Zee News हिंदी

बीजेपी का किनारा, अंशुमान नहीं लड़ेंगे चुनाव




ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

नई दिल्ली : अब झारखंड से निर्दलीय प्रत्‍याशी अंशुमान मिश्रा राज्‍यसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार मिश्रा गुरुवार को अपना नामांकन वापस लेंगे। बीजेपी ने वोटिंग में हिस्‍सा ने लेने का फैसला किया है। राज्यसभा के लिए झारखंड से नामांकन भरने वाले प्रवासी भारतीय कारोबारी अंशुमान मिश्रा की उम्मीदवारी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि राज्य के उसके विधायक मिश्रा का समर्थन नहीं करेंगे। मिश्रा ने एक टीवी चैनल को कहा कि भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और अन्य के साथ विचार विमर्श के बाद मैंने पीछे हटने का फैसला किया।

 

पार्टी ने यह भी कहा कि उसके विधायक 30 मार्च को होने वाले मतदान से अनुपस्थित रहेंगे। भाजपा के नेता अनंत कुमार ने नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि पार्टी भरोसा दिलाती है कि झारखंड के भाजपा विधायक निर्दलीय अंशुमान मिश्रा के पक्ष में मतदान नहीं करेंगे। साथ ही विधायक 30 मार्च को राज्यसभा के लिए होने वाले मतदान से अनुपस्थित रहेंगे।

 

कुमार ने कहा कि चुनाव को लेकर खरीद-फरोख्त और अनियमितताएं की बातें सामने आ रही हैं जिसे देखते हुए भाजपा ने अपने विधायकों को मतदान से दूर रखने का निर्णय लिया है। ज्ञात हो कि मिश्रा द्वारा राज्यसभा के लिए झारखंड से चुनाव न लड़ने की अटकलों के बीच और वरिष्ठ नेता एसएस अहलूवालिया को उच्च सदन के लिए उम्मीदवार न बना पाने को लेकर भाजपा में असंतोष बना हुआ है। इन सबके बीच कुमार ने मिश्रा पर पार्टी के रुख को स्पष्ट किया है। राज्यसभा के लिए अहलूवालिया को उम्मीदवार न बना पाने के कारण सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी और बलबीर पुंज सहित भाजपा के कई नेता परेशान हैं। जबकि मिश्रा झारखण्ड से उच्च सदन में पहुंचना चाहते हैं।

 

ज्ञात हो कि अहलूवालिया जो झारखण्ड से राज्यसभा के सदस्य हैं, उनका दो अप्रैल को कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उन्होंने राज्यसभा में बुधवार सुबह भावुकतापूर्ण अपना विदाई भाषण दिया। सदन से अपने दो दशक के जुड़ाव का उल्लेख करते हुए अहलूवालिया ने कहा कि जब मैं इस सदन में पहुंचा तो मैंने सोचा बहस की ताकत से कानून बनाऊंगा लेकिन यहां आकर मुझे अनुभव हुआ कि कानून बहस एवं तर्को से नहीं बल्कि संख्या से बनता है।
मिश्रा ने हालांकि, संकेत दिया है कि यदि भाजपा के नेता उनसे कहते हैं तो वह अपना नामांकन वापस ले लेंगे।

 

मिश्रा ने एक समाचार चैनल कहा कि मैं अपना नामांकन वापस लेने के बारे में सक्रियता से सोच रहा हूं लेकिन यशवंत सिन्हा ने जो कुछ कहा है उसके आधार पर मैं अपना फैसला नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, सुषमा स्वराज अथवा अन्य यदि मुझसे नामांकन वापस लेने के लिए कहते हैं तो मुझे ज्यादा खुशी होगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मिश्रा कथित रूप से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की पसंद हैं। पार्टी के कुछ नेता झारखंड के विधायकों मिश्रा के पक्ष में मतदान न करने के लिए कहने वाले हैं।

First Published: Wednesday, March 21, 2012, 21:29

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