Last Updated: Wednesday, June 12, 2013, 15:28

नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख के कहने पर लालकृष्ण आडवाणी द्वारा पार्टी पदों से दिए गए अपने इस्तीफे को वापस लेने के दूसरे दिन संघ ने इस बात से इंकार किया कि वह भाजपा के मामलों में हस्तक्षेप करता है।
संघ के नेता राम माधव ने कहा कि जब आडवाणी जैसे कद के नेता को सलाह देने की जरूरत पड़े तो स्वाभाविक है कि उन्हें देश और समाज के वरिष्ठ व्यक्ति ही सलाह देंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ही नहीं बल्कि कई अन्य लोगों ने भी उन्हें सलाह दी कि वह अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।
सवालों के जवाब में माधव ने कहा कि क्या आपको यह लगता है कि आडवाणी को जो भी सलाह दे रहा है वह भाजपा के मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है? भागवत ने आडवाणी को सलाह भर दी थी। संघ भाजपा के मामलों का ‘सूक्ष्म प्रबंधन’ न तो करता है और न कभी करेगा।
आडवाणी ने नरेन्द्र मोदी को पार्टी की प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाने के विरोध में पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। इससे भाजपा में गहरा संकट छा गया और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के मनाने के बाद भी आडवाणी अपने निर्णय से नहीं हटे। कल दोपहर भागवत द्वारा आडवाणी से बात किए जाने के बाद उन्होंने शाम को इस्तीफा वापस लिया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 12, 2013, 15:28