बीजेपी सरकार को गिराने की मंशा नहीं: येदियुरप्पा

बीजेपी सरकार को गिराने की मंशा नहीं: येदियुरप्पा

बीजेपी सरकार को गिराने की मंशा नहीं: येदियुरप्पा बैंगलुरू :सत्तारूढ़ भाजपा सरकार में अपने वफादार 13 विधायकों के इस्तीफा देने की घोषणा से कर्नाटक में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच कर्नाटक जनता पार्टी के सुप्रीमो बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी शेट्टार सरकार को गिराने की कोई मंशा नहीं है ।

येदियुरप्पा ने इसके साथ ही संकेत दिए कि वह आठ फरवरी को शेट्टार सरकार द्वारा बजट पेश किए जाने के विरोध में नहीं हैं ।

करीब दो माह पहले भाजपा से रिश्ते तोड़ने वाले येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमारा मकसद सरकार गिराना नहीं हैं । उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में उनकी नीयत सरकार गिराने की होती तो वह नौ दिसंबर को ही सरकार गिरा देते और भाजपा विधायकों को उसी दिन इस्तीफा देने को कह देते । उनकी पार्टी के औपचारिक गठन के मौके पर ये विधायक उनके साथ मंच पर थे ।

इस्तीफे की घोषणा करने वाले 13 भाजपा विधायकों के संबंध में उन्होंने कहा कि चुनाव तेजी से नजदीक आ रहे हैं और वे केजेपी को मजबूत करने के लिए उसमें शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि इन विधायकों की मंशा सरकार गिराना नहीं है । इन आरोपों पर कि वह शेट्टार को बजट पेश करने से रोकने के लिए भाजपा से विधायकों को खींच रहे हैं , येदियुरप्पा ने कहा कि यदि हम बजट पेश करने का विरोध करना चाहते तो एक ही साथ मैं 20 विधायकों के इस्तीफे दिलवाता । हमारी ऐसी मंशा नहीं है ।

येदियुप्पा ने पूर्व में कहा था कि यदि सरकार गिरती है तो वह इसका दोष अपने सिर नहीं लेंगे । उन्होंने संकेत दिए थे कि वह केजेपी को शेट्टार की अगुवाई वाली सरकार के पतन के कारण के रूप में देखा जाना पसंद नहीं करेंगे क्योंकि शेट्टार उत्तरी कर्नाटक के लिंगायत समुदाय के एक प्रमुख नेता हैं । लेकिन इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कई बार शेट्टार पर हमले किए । उन्होंने कहा कि शेट्टार बेशर्म’ हैं क्योंकि सरकार के अल्पमत में आने के बावजूद वह पद पर बने हुए हैं।

भाजपा के 13 विधायकों ने 23 जनवरी को स्पीकर को इस्तीफे सौंपने का प्रयास किया था लेकिन वह शहर में नहीं थे । इसके चलते उन्होंने अपने इस्तीफे की चिट्ठियां राज्यपाल एच आर भारद्वाज को सौंप दी थीं। (एजेंसी)


First Published: Monday, January 28, 2013, 16:55

comments powered by Disqus