Last Updated: Tuesday, May 7, 2013, 13:21
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील और भारतीय जनता पार्टी के नेता राम जेठमलानी पार्टी से निकाले जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, जेठमलानी के निष्कासन पर मंगलवार को फैसला हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है। राम जेठमलानी अपनी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पहले भी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी की पीएम उम्मीदवारी को लेकर उनके समर्थन में जेठमलानी काफी मुखर हुए थे। और इसके बाद सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा की नियुक्ति के मसले पर बयान देकर जेठमलानी अपनी ही पार्टी के गले की फांस बन गए थे।
गौर हो कि पिछले साल 25 नवंबर को राम जेठमलानी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। यह निलंबन राम जेठमलानी के उस बयान के बाद किया गया था, जिसमें उन्होंने सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को जायज ठहराया था। इसके अलावा उन्होंने पार्टी नेतृत्व को कार्रवाई करने की चुनौती तक दे डाली थी। दरअसल, जेठमलानी ने सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा की नियुक्ति की आलोचना करने के लिए अपनी ही पार्टी पर हमला बोला था।
इस वरिष्ठ वकील ने पूर्ति समूह में वित्तीय अनियमितता के मामले सामने आने के बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकारी पर भी निशाना साधा था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 7, 2013, 13:21