Last Updated: Saturday, January 28, 2012, 08:53
लखनऊ: दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने शनिवार को कांग्रेस समेत तमाम दूसरी पार्टियों की आलोचना करते हुए मुसलमानों से उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट देने की अपील की।
बुखारी ने सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यादव ने विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आने पर मुसलमानों के भले के लिये बेहतर ढंग से काम करने का वादा किया है लिहाजा सभी मुसलमानों को चुनाव में सपा के प्रत्याशियों को विजयी बनाना चाहिये।
उन्होंने बाकायदा एक अपील जारी करके कहा ‘सपा प्रमुख ने मुझसे कई दौर की बातचीत में वादा किया है कि वह मुसलमानों की तरक्की और उन्हें इंसाफ दिलाएंगे लिहाजा मैं मुसलमानों और धर्मनिरपेक्ष सोच रखने वाले लोगों से अपील करता हूं कि वे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवारों को जिताएं।
गौरतलब है कि मुस्लिम वोटों को अपने साथ लाने की तमाम कोशिश कर रहे मुलायम सिंह यादव ने हाल में दिल्ली जाकर कई बार शाही इमाम से बातचीत की थी।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस मौके पर कहा ‘मैं इमाम साहब और बाकी मुसलमानों की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। मैं जो कहता हूं, उस पर अटल रहता हूं और आपको निराश नहीं करूंगा। मैं आपकी अपेक्षाओं से ज्यादा काम करने की कोशिश करूंगा।’
बुखारी ने कहा कि मुल्क में मुसलमानों की बदहाली के लिये कांग्रेस मुख्य रूप से जिम्मेदार है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने भी कुछ नहीं किया और सूबे में उसके मौजूदा कार्यकाल में मुसलमान बिल्कुल बेबस हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने पर यकीन करती है लिहाजा उससे तो वफा की उम्मीद करना बेमानी है।
बुखारी ने केन्द्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों को साढ़े चार प्रतिशत आरक्षण दिये जाने पर नाइत्तेफाकी जाहिर करते हुए आरोप लगाया ‘यह एक बड़ी चाल है। केन्द्र ने आरक्षण के नाम पर हड्डी फेंकी है और इससे समाज में झगड़े पैदा होंगे और जात-पात को बढ़ावा मिलेगा।’
उन्होंने कहा कि वह धर्म के आधार पर नहीं बल्कि पिछड़ेपन के आधार पर मुसलमानों के लिये आरक्षण की मांग कर रहे हैं और मुस्लिम वर्ग को इसी आधार पर तथा आबादी के हिसाब से आरक्षण दिया जाना चाहिये।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस मुद्दे पर कहा कि नीति और नीयत में से जब नीयत खराब हो तो कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई पुलिस भर्ती में 14 . 6 प्रतिशत मुसलमानों को नौकरी दी गयी। चूंकि उसकी नीयत सही थी इसलिये आरक्षण की व्यवस्था नहीं होते हुए भी 15 फीसद मुस्लिमों को नौकरी मिली।
केन्द्र सरकार को समर्थन के मुद्दे पर यादव ने सफाई देते हुए कहा कि चूंकि वह भाजपा का साथ नहीं दे सकते लिहाजा मजबूरन कांग्रेस का सहयोग करना पड़ा। इस मौके पर दारुल उलूम देवबंद तथा आल इंडिया मजलिस उलमा-ए-हिन्द के प्रतिनिधियों ने भी विचार व्यक्त किये।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 28, 2012, 17:46