Last Updated: Sunday, May 20, 2012, 15:53
नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने आज कहा कि वृद्धजनों को दी जाने वाली 200 रूपए की मासिक पेंशन व्यक्ति की मर्यादा का अपमान है और उन्होंने प्रधानमंत्री से इस योजना की तत्काल समीक्षा करने का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भेजे पत्र में मंत्री ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत वितरण प्रणाली को एक उचित दिशा प्रदान करने की सिफारिश की है। इस योजना के तहत 60 साल से अधिक उम्र के तीन करोड़ लोगों को प्रति माह दो सौ रूपए दिए जाते हैं।
सोलह मई के अपने इस पत्र में उन्होंने कहा, मेरा हमेशा से यह मत रहा है कि हम जो पेंशन राशि दे रहे हैं वह व्यक्ति की मर्यादा का अपमान है। पेंशन परिषद के संयोजक बाबा अधव और अरूणा रॉय के साथ बैठक के बाद मंत्री ने यह मुद्दा उठाया है।
परिषद की महत्वपूर्ण मांगों में इस योजना में गरीबी रेखा की शर्त को हटाना, पेंशन राशि 200 से बढ़ाकर तीन सौ रुपये करने तथा आयु संबंधी अर्हता पुरूषों के लिए 60 से 55 तथा महिलाओं के लिए 50 करना शामिल है।
रमेश परिषद की गरीबी रेखा संबंधी शर्त हटाने पर राजी हैं लेकिन वह उम्र घटाने पर सहमत नहीं हैं। उन्होंने वितरण के संबंध में लिखा है कि पेंशनभोगियों को कई महीने में एक बार एकमुश्त मिलने के बजाय हर महीने पेंशन दी जाए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 20, 2012, 23:07