Last Updated: Thursday, March 21, 2013, 09:21

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : द्रमुक के समर्थन वापस लेने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खिलाफ टिप्पणी के लिए केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार को संशय में रखा है। इस मामले में सख्त दिख रहे मुलायम ने गुरुवार सुबह नौ बजे समाजवादी पार्टी के सांसदों की बैठक बुलाई है।
गौर हो कि केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खिलाफ की गई अपनी टिप्पणियों के लिए बुधवार को खेद जताया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात के बाद वर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यदि मेरी टिप्पणियों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मुझे खेद है। वर्मा ने उत्तर प्रदेश में पिछले सप्ताह एक रैली में यादव के खिलाफ कुछ ऐसी टिप्पणियां की थीं, जिन्हें लेकर विवाद उठ खडा हुआ था।
वर्मा द्वारा सिर्फ खेद जताए जाने से संतुष्ट न होते हुए मुलायम ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और बाद में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से चर्चा की, जो सदन स्थगित होने के बाद उनसे हाथ जोड़कर बात करतीं नजर आईं। सख्त दिख रहे मुलायम ने कहा कि उन्होंने कल सुबह नौ बजे सपा सांसदों की बैठक बुलाई है।
मुलायम ने वर्मा द्वारा खेद जताए जाने के बाद उनकी पार्टी के रुख के बारे में पूछे जाने पर संसद भवन से निकलते हुए संवाददाताओं से कहा कि हम उनके (सपा सांसदों) विचार सुनेंगे और फिर फैसला करेंगे। मुलायम को शांत करने के कांग्रेस नेताओं के निराश प्रयासों के बीच सपा प्रमुख ने राकांपा मुखिया शरद पवार से मुलाकात की, जिससे ऐसे समय राजनीतिक जोड़तोड़ की अटकलें लगाई जा रही हैं जब मध्यावधि चुनावों के बारे में चर्चा शुरू होने लगी है।
दोनों नेताओं ने हालांकि, मुलाकात को यह कहते हुए कमतर करने की कोशिश की कि उन्होंने 24 मार्च को होने वाले एक कार्यक्रम के तौर तरीकों पर चर्चा के लिए बैठक की। दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय हुई है जब सपा वर्मा के इस्तीफे की मांग कर रही है और द्रमुक सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद मेलमिलाप की संभावना से इनकार कर रही है।
सरकार से समर्थन वापसी के एक दिन बाद द्रमुक के पांच मंत्रियों ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपने इस्तीफे सौंप दिए। द्रमुक संप्रग को छोड़ने वाली दूसरी पार्टी है। इससे पहले पिछले साल ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मुद्दे पर संप्रग से अलग हो गई थी।
First Published: Thursday, March 21, 2013, 09:20