Last Updated: Thursday, January 31, 2013, 23:13

नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की । जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी ।
बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक शुक्रवार भी जारी रहेगी । बैठक में राहुल गांधी ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में खुली और बेबाक बातचीत पर जोर दिया ।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में बड़ी संख्या में नेताओं ने पार्टी में अनुशासनहीनता का मुद्दा उठाया और कहा कि चुनावों के दौरान यह बड़ी समस्या बन कर उभरती है । केन्द्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को लागू किया जाना चाहिए ।
बैठक समाप्त होने के बाद राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि चर्चा सामान्य मुद्दों पर थी और चर्चा अच्छी रही और उन्होंने लोगों की बातें सुनी ।
पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि की बैठक में राहुल सहित 19 नेताओं ने अपनी बात रखी । बैठक में 57 में से 52 नेता मौजूद थे जिनमें पार्टी महासचिव, सचिव, राज्यों के प्रभारी तथा युवक कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस एवं सेवा दल समेत सभी सहयोगी संगठनों के प्रमुख शामिल थे ।
जनार्दन द्विवेदी के अनुसार राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि वह चाहते हैं कि सभी नेता खुल कर अपनी बात रखे और कुछ छिपाये नहीं । उनका कहना था कि अगर हम पार्टी को मजबूत बनाना चाहते हैं तो हमें खुल कर अपने विचार रखने होंगे ।
बैठक में जिन अन्य नेताओं ने अपनी बात रखी उनमें अहमद पटेल, मोतीलाल वोरा, आस्कर फर्नांडिस, मोहसिना किदवई, दिग्विजय सिह, मुकुल वासनिक, शकील अहमद और बी के हरि प्रसाद शामिल थे । बैठक को इस लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा था कि 19 जनवरी को कांग्रेस के चिंतन शिविर में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद पार्टी नेताओं के साथ राहुल की यह पहली बैठक थी । उपाध्यक्ष बनने के बाद राहुल 23 जनवरी को पार्टी मुख्यालय आये थे और औपचारिक रूप से अपना पद संभाला था । (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 31, 2013, 23:13