बोनस की सीमा बढ़ाने से सरकार का इंकार

बोनस की सीमा बढ़ाने से सरकार का इंकार

नई दिल्ली : अर्थव्यवस्था के समक्ष आ रही चुनौतियों की ओर ध्यान दिलाते हुए आज सरकार ने बोनस सीमा को बढ़ाने से इंकार कर दिया। श्रम राज्यमंत्री के. सुरेश ने कांग्रेस के रामचन्द्र खूंटिया के निजी विधेयक पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था नरमी के दौर से गुजर रही है। ऐसे में यदि बोनस की सीमा को बढ़ाया जाता है तो इससे सरकार पर काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे में बोनस सीमा बढ़ाने के लिए बोनस संदाय कानून 1965 में संशोधन करने को उपयुक्त नहीं मानती। मंत्री के बयान के बाद उक्त कानून में संशोधन के लिए लाये गये खूंटिया के निजी विधेयक.. ‘बोनस संदाय संशोधन विधेयक’ को सदन ने ध्वनिमत से नामंजूर कर दिया। विधेयक को खारिज किए जाते समय खूंटिया सदन में मौजूद नहीं थे।

इससे पूर्व गैर सरकारी कामकाज शुरु होने पर भाजपा के प्रकाश जावडेकर ने दंड प्रक्रिया संहिता में संशोधन के लिए एक निजी विधेयक पेश किया। शुक्रवार होने के कारण आज सदन में दोपहर ढाई बजे से गैर सरकारी कामकाज होना था। लेकिन हैदरारबाद में कल हुए दोहरे विस्फोट पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान पर चर्चा होने के कारण गैर सरकारी कामकाज करीब पांच बजे शुरू हुआ। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 22, 2013, 19:45

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