Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 12:41
नई दिल्ली : बोफोर्स का जिन्न कांग्रेस के लिए फिर से चिंता की बात हो सकती है क्योंकि इस मामले में ताजा आरोपों के चलते भाजपा ने उसे निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ताजे आरोपों के अनुसार राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद तोपों के सौदे की जांच धीमी करवाने का प्रयास किया ताकि इतालवी कारोबारी ओतावियो क्वात्रोच्चि को बचाया जा सके।
स्वीडन के पूर्व पुलिस प्रमुख और बोफोर्स मामले में गैर कानूनी रूप से दलाली दिये जाने का खुलसा करने वाले स्टेन लिंडस्टार्म ने एक साक्षात्कार में कहा है कि ऐसे कोई सबूत नहीं है जिससे यह पता चलता है कि राजीव गांधी ने रिश्वत ली थी। लेकिन उन्होंने क्वात्रोच्चि को बचाने के लिए भारत और स्वीडन में मामले पर पर्दा डालने के लिए किये गये प्रयासों को रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया।
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए भाजपा ने कहा कि वह बोफोर्स दलाली मामले को संसद में उठायेगी। भाजपा के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उस समय पूरी भारत सरकार इतालवी कारोबारी ओतावियो क्वात्रोच्चि को बचाने के लिए सामने आ गई, जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी शामिल थे। प्रसाद ने यह बात संवाददाताओं से भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद कही। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने इस मुद्दे को उठाया था।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 18:11