Last Updated: Saturday, January 7, 2012, 07:27
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीजोधपुर: सीबीआई ने भंवरी देवी मामले में शनिवार को नहर से महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए जिसमें कथित रूप से भंवरी की घड़ी, आभूषण के टुकड़े और अस्थियां शामिल थीं।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि ये साक्ष्य 36 वर्षीय नर्स भंवरी देवी के अपहरण एवं हत्या मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी नहर से सीबीआई और राजस्थान पुलिस की संयुक्त दल की ओर से बरामद साक्ष्य उस आरोपी के बयान की पुष्टि करते हैं कि भंवरी देवी की गला दबाकर हत्या कर उसके शव को जलाने के बाद अस्थियों को नहर में बहा दिया गया था। कैलाश जाखड़ और उसके साथी बिशनाराम बिश्नोई को भंवरी देवी का शव सौंपा गया था जिसे उन्होंने जलौदा के पास एक गड्ढे में जला दिया और अवशेषों को नहर में बहा दिया।
सूत्रों ने बताया कि कलाई घड़ी के अलावा जांच एजेंसी के दल ने कथित रूप से 36 वर्षीय भंवरी देवी की माला की मोतियां, लॉकेट, खोपड़ी के टुकड़े, दांत भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी को उम्मीद है कि उसे नहर से भंवरी देवी की अस्थियों के अलावा कुछ और साक्ष्य मिल सकते हैं जो कि उसकी जांच में सहायक होंगे। जोधपुर से 150 किलोमीटर दूर जलौदा गांव के पास स्थित राजीव गांधी नहर से गोताखोरों ने शुक्रवार को लकड़ी का बल्ला, एक पॉलीथीन बैग में दो देसी पिस्तौलें, कुछ चूड़ियां और अस्थियों के टुकड़े बरामद किए थे।
राजस्थान सरकार ने नहर में पानी की आपूर्ति रोक दी है ताकि नर्स भंवरी देवी की अस्थियों को खोजने में आसानी हो। जांच दल इसके साथ ही साक्ष्य के लिए नहर के पास स्थित मिट्टी की भी जांच कर रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि नहर से एक शर्ट, एक शाल और जींस पैंट के फटे हुए टुकड़े भी बरामद किए हैं जो कथित रूप से कैलाश जाखड़ के हैं। कलाई घड़ी को महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि ओमप्रकाश ने अपने बयान में सीबीआई को बताया था कि भंवरी को जलाने के बाद उसे अन्य चीजों के साथ फेंक दिया गया था।
सीबीआई के प्रवक्ता धारिणी मिश्र ने कहा, ‘हम इस तलाशी के दौरान इस घड़ी के मिलने का इंतजार कर रहे थे और यह महत्वपूर्ण साक्ष्य है। इसके अलावा लकड़ी का बैट, आभूषण और दांत भी महत्वपूर्ण बरामदगी है क्योंकि यह आरोपियों के बयान से मेल खाते हैं।’’ सूत्रों ने बताया कि साक्ष्य जुटाने में सीबीआई दल की मदद के लिए उसके साथ सेंट्रल साइंटीफिक फॉरेंसिक लैबोरेटरी का एक दल भी है। यह दल यह पता लगाएगा कि बरामद होने वाली वस्तुओं का इस मामले से कोई संबंध है या नहीं।
First Published: Sunday, January 8, 2012, 12:36