Last Updated: Monday, October 17, 2011, 17:33
नयी दिल्ली : गुजरात में हुए दंगों के लिए वहां के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आवाज उठाने वाले भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी संजीव भट्ट को जमानत मिल जाने को भाजपा ने खास महत्व नहीं देते हुए सोमवार को कहा कि ऐसा होने से उस अधिकारी के खिलाफ मामला खत्म नहीं हो गया है।
पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यहां कहा, किसी व्यक्ति द्वारा जमानत की अर्जी दिए जाने पर आमतौर पर अदालत उसे यह प्रदान करती है। लेकिन भट्ट को सिर्फ जमानत दी गई है। उनके खिलाफ मामला अभी जारी है। दंगों के मामले में एक सिपाही से किसी हलफनामे पर जबर्दस्ती हस्ताक्षर कराने के आरोप में भट्ट को 17 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। 2002 के दंगों के सिलसिले में मोदी के विरूद्ध कथित तौर पर झूठे साक्ष्य पेश करने के आरोप में भट्ट को सेवा से निलंबित कर दिया गया है।
भट्ट की गिरफ्तारी और उसके विरूद्ध मोदी प्रशासन की कार्रवाई को उचित बताते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि इस पुलिस अधिकारी की गुजरात के मुख्यमंत्री के खिलाफ सक्रिय मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ सांठ-गांठ है। उसका कहना है कि ये सब मिलकर मोदी को झूठे मामलों में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 18, 2011, 09:30