Last Updated: Tuesday, October 4, 2011, 11:35
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो नई दिल्ली : गुजरात के साबरमती जेल में बंद निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट के मामले में गृह मंत्रालय ने मंगलवार को गुजरात सरकार को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें कहा गया है कि वह संजीव भट्ट के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए. भट्ट की पत्नी श्वेता ने सोमवार को गृह मंत्री पी. चिदंबरम को पत्र लिखकर मांग की थी कि वह गुजरात सरकार को आदेशित कर जेल में बंद संजीव भट्ट और उनके परिवार को सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराए. उन्हें जान का खतरा है.
श्वेता के पत्र के मद्देनजर केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि संजीव भट्ट और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से जांच कराएगी. भट्ट की पत्नी श्वेता ने चिदंबरम को लिखे पत्र में कहा था कि संजीव को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने और उनकी जान को खतरा होने की पूरी आशंका है और हम राज्य प्रशासन के संभावित खतरे का सामना कर रहे हैं.
श्वेता ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि मेरे पति को निशाना बनाया गया है. उनकी गिरफ्तारी सिर्फ इसलिए हुई है क्योंकि कुछ नेताओं को आशंका है कि संजीव लंबित आपराधिक मुकदमों में जो सबूत सौंपेंगे, उसके आधार पर उनके (नेताओं के) खिलाफ गंभीर कार्रवाई हो सकती है.
उन्होंने पत्र लिखने के बाद संवाददाताओं से कहा कि मैं चाहती हूं कि केंद्र सरकार मेरे पति की सुरक्षा सुनिश्चत कराए और उनकी गरिमा बहाल हो. श्वेता ने पत्र में कहा कि मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि मेरे पति के अधिकार और स्वतंत्रता की रक्षा करने तथा उन पर हो रहे अत्याचार पर नजर रखने के लिए उचित कदम उठाए जाएं. मुझे आशंका है कि उन्हें सिर्फ प्रताड़ित करने और धमकाने के लिए कई बेबुनियाद और झूठे मुकदमों में फंसाया जा सकता है.
First Published: Wednesday, October 5, 2011, 00:16