भाजपा-कांग्रेस के लिए सबक कर्नाटक के नतीजे :आडवाणी | Advani

भाजपा-कांग्रेस के लिए सबक कर्नाटक के नतीजे :आडवाणी

भाजपा-कांग्रेस के लिए सबक कर्नाटक के नतीजे :आडवाणीनई दिल्ली : दक्षिण भारत में अपनी एकमात्र सरकार के जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार को कहा कि कर्नाटक चुनाव का नतीजा उनके लिए आश्चर्यजनक नहीं है और यह उनकी पार्टी और कांग्रेस दोनों के लिए सबक है कि ‘वे आम आदमी को हल्के में नहीं लें।’

कर्नाटक मामले से पार्टी के निपटने पर आलोचनात्मक रवैया अपनाते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘बिल्कुल अवसरवादी’ रवैया था। उन्होंने कहा कि वहां संकट के प्रति भाजपा की प्रतिक्रिया कोई ‘मामूली अविवेकपूर्ण नहीं थी।’

केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार को हटाने को लेकर ‘प्रधानमंत्री के दो लोगों’ को सोनिया गांधी के बर्खास्त करने संबन्धी खबरों का हवाला देते हुए आडवाणी ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रिमंडल के बारे में फैसला करने का अधिकार भी खो दिया है।

उन्होंने कहा, ‘आत्मसम्मान की मांग है कि प्रधानमंत्री पद छोड़ दें और जल्द आम चुनाव का आदेश दें।’ कांग्रेस ने हालांकि उन खबरों का खंडन किया है कि दोनों मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई सोनिया के जोर देने पर की गई है। उसने कहा है कि यह ‘प्रधानमंत्री और सोनिया’ का संयुक्त फैसला था।

आडवाणी ने आश्चर्य जताया कि अगर भ्रष्टाचार ने बेंगलूर में रोष पैदा किया तो नयी दिल्ली में यह उसी तरह का एहसास क्यों पैदा नहीं करेगा।

आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर कहा, ‘मुझे दुख है कि हम कर्नाटक में हार गए हैं। लेकिन मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं। आश्चर्य तब होता जब हम जीत जाते।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि कर्नाटक के नतीजे भाजपा के लिए गंभीर सबक हैं। एक रूप में यह कांग्रेस के लिए भी सबक है। साझा सबक हम दोनों के लिए है कि आम आदमी को हल्के में न लिया जाए।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, May 12, 2013, 14:19

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