Last Updated: Thursday, September 29, 2011, 17:44
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय के ‘नोट’ को लेकर प्रणव मुखर्जी और पी. चिंदबरम के बीच हुए टकराव को शांत करने की सरकार के दोनों वरिष्ठ मंत्रियों की कवायद पर भाजपा ने कहा कि चिदंबरम की बर्खास्तगी और उनके खिलाफ सीबीआई जांच कराने की मांग पर पार्टी कायम है. भाजपा ने कहा कि मुखर्जी के बयान को स्वीकार करने वाले और मामले को खत्म करने की घोषणा करने वाले चिदंबरम कौन होते हैं.
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में चिदंबरम की भूमिका की सीबीआई जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्हें कई सवालों के जवाब देने हैं. उन्होंने कहा कि यह जनता के अरबों रूपये की लूट का मामला है और निश्चित रूप से इस मामले को स्वयं आरोपी के कहने से बंद नहीं किया जा सकता.
प्रसाद ने कहा कि चिदंबरम एक आरोपी हैं और उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए. अब सरकार का जनता के सामने पर्दाफाश हो चुका है. इससे पहले 2-जी की आग बुझाने की कवायद में कांग्रेस खेमे में दिन भर चली गतिविधियों के बाद मुखर्जी ने चिदंबरम की मौजूदगी में कहा कि तथ्यात्मक पृष्ठभूमि के अलावा उस कागज में कुछ टिप्पणी और आशय हैं, जो ‘मेरा नजरिया नहीं दर्शाते.’
कपिल सिब्बल और सलमान खुर्शीद के साथ सरकार के दोनों वरिष्ठ मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के बाद संवाददाताओं एक साथ बात की. मुखर्जी के बयान के बाद चिदंबरम ने कहा था कि मैं इस बयान को स्वीकार करता हूं और जहां तक सरकार में हम सभी का सवाल है, मामला अब खत्म हो गया है.
(एजेंसी)
First Published: Thursday, September 29, 2011, 23:14