भारत-अफगानिस्तान करेंगे चार करार

भारत-अफगानिस्तान करेंगे चार करार

नई दिल्ली : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के नौ नवंबर से शुरू होने वाले दौरे के दौरान भारत और अफगानिस्तान के बीच खनन क्षेत्र सहित कुल चार समझौते होने की उम्मीद है। चार दिवसीय दौरे के दौरान दोनों देश युद्ध से प्रभावित देश के सुरक्षाबलों को प्रशिक्षण देने में भारत की बड़ी भूमिका की संभावना की भी तलाश करेंगे। मुंबई से अपना दौरा शुरू करने वाले करजई वहां पर कारोबारी समुदाय के साथ संवाद करेंगे और अपने देश के विभिन्न क्षेत्रों में और निवेश करने का आग्रह करेंगे।

राष्ट्रपति के दौरे के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए अफगान राजदूत शैदा मोहम्मद अब्दाली ने यहां कहा, ‘करजई काफी महत्वपूर्ण समय में भारत आ रहे हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सैनिक 2014 तक अफगानिस्तान छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।’ करजई 11 नवंबर को वाषिर्क मौलाना अब्दुल कलाम आजाद व्याख्यान को भी संबोधित करेंगे।

यहां 12 नवंबर को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और करजई के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति, भारतीय नागरिकों और भारतीय परियोजनाओं की सुरक्षा सहित विभिन्न मसलों पर वार्ता होगी। अब्दाली ने कहा कि दोनों नेता आपसी हित के कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। खनन, युवा मामले, छोटी विकास परियोजनाएं और उर्वरक के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच चार करार पर दस्तखत होंगे।

दौरे के दौरान अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों को भारतीय प्रशिक्षण मुहैया कराने को लेकर दोनों पक्षों के किसी राह तलाशने का संकेत देते हुए अफगान दूत ने कहा कि अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों को मजबूत बनाने के लिए भारत ने अपनी वचनबद्धता जाहिर की है। अब्दाली ने यह भी उल्लेख किया कि उनके देश में कहीं कहीं अब भी चरमपंथी गुट मौजूद हैं और आतंकवादियों की पनाहगाह भी कहीं कहीं है। आतंकवाद के खात्मे के लिए अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सहयोग को तेज करने की जरूरत पर भी जोर दिया गया।

उन्होंने कहा, आतंकवाद के खात्मे के खिलाफ हमें सहयोग की जरूरत है। अब तक हम संतोषप्रद नतीजे हासिल नहीं कर सके हैं। भारत को अफगानिस्तान का ‘खास दोस्त’ करार देते हुए अब्दाली ने कहा कि तमाम अच्छे और बुरे दौर में भारत एक भरोसेमंद दोस्त साबित हुआ है। (एजेंसी)

First Published: Monday, November 5, 2012, 20:14

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