Last Updated: Tuesday, February 19, 2013, 08:00
नई दिल्ली : भारत, अमेरिका और अफगानिस्तान कल यहां अपनी दूसरी त्रिपक्षीय बैठक करेंगे। इसमें अगले साल युद्धग्रस्त देश से 34 हजार अमेरिकी सैनिकों को हटाने की अमेरिका की घोषणा सहित अफगानिस्तान की स्थिति के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि आधिकारिक स्तर की बैठक में आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ से लड़ाई जैसी समान चुनौतियों से निपटने के तरीकों तथा बढ़ते क्षेत्रीय व्यापार और निवेश जैसे अवसरों को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।
इसमें अफगानिस्तान के उपविदेश मंत्री जावेद लुदिन, भारत से वाई सिन्हा, अतिरिक्त सचिव (पीएआई) और विक्रम कुमार दुरईस्वामी, संयुक्त सचिव (अमेरिकी मामले) तथा अमेरिका से दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री रॉर्बट ब्लेक अपने अपने प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे। अफगानिस्तान से अमेरिका द्वारा सैनिक हटाए जाने के प्रभाव तथा भविष्य की रणनीति भी बैठक में चर्चा का केंद्रबिन्दु होगी।
युद्धग्रस्त देश से 34 हजार सैनिक हटाने की घोषणा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2014 के अंत तक एक दशक पुराना युद्ध खत्म होने का विश्वास व्यक्त किया है। उन्होंने कांग्रेस के नाम अपने वाषिर्क संबोधन में कहा, ‘‘इस वसंत में हमारे सैनिक सहायक की भूमिका में होंगे, जबकि अफगान सुरक्षाबल कमान संभालेंगे । आज रात मैं घोषणा कर सकता हूं कि अगले एक साल में 34 हजार अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से घर लौट आएंगे ।’’
ओबामा ने कहा, ‘‘यह वापसी जारी रहेगी और अगले साल के अंत तक अफगानिस्तान में हमारा युद्ध खत्म हो जाएगा।’’ भारत, अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच पहली त्रिपक्षीय बैठक गत सितंबर में अमेरिका में हुई थी। इसमें तीनों देशों ने अफगानिस्तान की स्थिति के सभी पहलुओं पर चर्चा की थी। इस बीच, शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारत ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन द्वारा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के राष्ट्रपतियों के लिए ब्रिटेन में आयोजित की गई बैठक का ‘‘अध्ययन’’ कर रहा है। बैठक में तीनों देशों के शीर्ष खुफिया और सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 18, 2013, 21:22