Last Updated: Monday, March 5, 2012, 14:13
(प. राजस्थान के एक स्थान से) : पश्चिमी राजस्थान में किसी एक स्थान पर सोमवार से भारतीय और अमरीकी सैनिकों ने युद्धाभ्यास शुरू किया। यह युद्धाभ्यास 18 मार्च तक चलेगा। अमरीकी दल का प्रतिनिधित्व कर्नल थामस जे रे ने किया। अमेरिका के ब्रिगेडियर बीएस थनोआ ने कहा कि युद्धा5यास से दोनों देशों के सामूहिक व महत्वपूर्ण सहभागी विचारों को रेखांकित किया।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल एसडी गोस्वामी ने बताया कि भारत एवं अमेरिका के सैन्य अभ्यास में उन्नत उपकरण, आतंकवादियों से आमने-सामने की लड़ाई के लिए विशेष हथियार, विस्फोटक व आईईडी का पता लगाने वाले उपकरण तथा अत्याधुनिक संचार उपकरणों को लगाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र शांति कार्यवाहियों के दौरान आने वाले संभावित खतरों से निपटने के लिए तकनीक ड्रिलों का संयुक्त अभ्यास मार्च के दूसरे सप्ताह में होगा। उन्होंने बताया कि युद्धाभ्यास में बीस हजार सैनिक भाग ले रहे हैं तथा यह अब तक का सबसे बड़ा सैनिक युद्धाभ्यास होगा। युद्धाभ्यास का लक्ष्य तमाम कैकेनाइज ऑपरेशनों को आक्रामक आपरेशनों की ओर द्रुत गति से संचालित करना है।
गोस्वामी ने बताया कि भविष्य में होने वाले युद्धों में हवाई उपस्कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, युद्धाभ्यास में थलसेना व वायुसेना के बढ़ते हुए हवाई उपस्करों को भी संयुक्त तरीके से उपयोग में लाया जाएगा। युद्धाभ्यास के लिए युद्धक टैंक, इंफैंट्री, कॉम्बैट व्हिकल, लम्बी मारक क्षमता की आर्टिलरी बंदूकें, वायु रक्षा उपस्कर व रडार, यूएवी, फाइटर जेट, ट्रांसपोर्ट एयर क्राफ्ट, आक्रमण करने वाले हेलीकॉप्टर आदि युद्धाभ्यास क्षेत्र में स्थित किए जा रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 5, 2012, 19:43