Last Updated: Tuesday, November 15, 2011, 15:37
नई दिल्ली : भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया के तहत पाकिस्तान ने अगले साल फरवरी तक बड़ी संख्या में भारतीय उत्पादों के लिए अपने बाजार को खोलने पर सहमति दी है। हालांकि पाकिस्तान ने भारत को व्यापार में सर्वाधित तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा दिए जाने की अपनी घोषणा पर कोई स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं जताई है।
दोनों देशों के वाणिज्य सचिवों की दो दिन की बैठक के समापन के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, व्यापारिक रिश्तों के सामान्यीकरण का काम सिलसिलेवार किया जाएगा। पहले चरण में पाकिस्तान सकारात्मक सूची के बजाय नकारात्मक सूची का रुख चुनेगा। फरवरी, 2012 तक एक छोटी नकारात्मक सूची तैयार और अनुमोदित की जाएगी।
नकरात्मक सूची से मतलब ऐसी सूची है जिन पर भारत के साथ व्यापार पर पाकिस्तान में प्रतिबंध होगा। संयुक्त बयान में कहा गया है, उसके बाद नकारात्मक सूची में शामिल वस्तुओं को छोड़कर अन्य का भारत से पाक को सहज तरीके से निर्यात हो सकेगा।
पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव जफर महमूद ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत को एमएफएन का दर्जा देने के लिए पाकिस्तान पर विश्व व्यापार संगठन का दायित्व है। उन्होंने कहा, एमएफएन कोई अवॉर्ड या डिग्री नहीं है, जो खुल्लर साहब को दी जा सके। इसके लिए किसी अधिसूचना या दस्तावेज की जरूरत नहीं है। डब्ल्यूटीओ के तहत सदस्य देशों को एक-दूसरे को एमएफएन का दर्जा देना होता है। इसे पूरा किया जाएगा।
वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने कहा कि एक बार पाकिस्तान सकारात्मक सूची से नकारात्मक सूची की ओर जाएगा, तो द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय सुधार होगा। फिलहाल पाकिस्तान सकारात्मक सूची में दर्ज सिर्फ 900 भारतीय वस्तुओं के आयात की अनुमति देता है। दोनों देशों के बीच व्यापार सिर्फ 2.65 अरब डॉलर का है। हालांकि तीसरे देश के जरिए यह अनुमानत: 10 अरब डॉलर का है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 21:07