भारत-चीन के बीच रणनीतिक वार्ता अगले सप्ताह

भारत-चीन के बीच रणनीतिक वार्ता अगले सप्ताह

नई दिल्ली : भारत और चीन करीब तीन साल के अंतराल के बाद अगले सप्ताह यहां अगले दौर की रणनीतिक वार्ता करेंगे जिस दौरान भारत पानी का मुद्दा और चीनी सैनिकों द्वारा सीमा पर घुसपैठ के विवादास्पद विषय को उठा सकता है।

पांचवें दौर की वार्ता की सह-अध्यक्षता विदेश सचिव सुजाता सिंह और चीनी उप विदेश मंत्री लिउ झेन करेंगे। 20 अगस्त को होने वाली इस वार्ता में सीमा रक्षा सहयोग सहमति पर बातचीत पर प्रगति की समीक्षा की जाएगी। विवादास्पद द्विपक्षीय मुद्दों पर वरिष्ठ चीनी अधिकारियों के साथ सुजाता सिंह की यह पहली वार्ता होगी। पिछला रणनीतिक संवाद 2010 में हुआ था।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा से पहले विदेश कार्यालय के परामर्श की तर्ज पर इस संवाद को किया जाएगा। सिंह अक्तूबर में बीजिंग की यात्रा पर जा सकते हैं। जल और सीमा घुसपैठ के मुद्दों के अलावा भारत सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा क्षेत्र में बाजार की पहुंच को लेकर एक बार फिर अपनी चिंता जाहिर करेगा।

भारत ब्रह्मपुत्र नदी पर चीनी बांध :चीन में जिसे सांगपो कहा जाता है: के निर्माण का विरोध कर रहा है और अनेक स्तरों पर भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय वार्ता में यह मुद्दा सामने आया है। भारत और चीन के बीच कोई जल-बंटवारा सहमति नहीं है लेकिन जल के प्रवाह को मापने संबंधी सूचना समेत एक कार्यसमूह के माध्यम से सीमापार की नदियों पर जानकारी साझा करने के लिए एक प्रणाली बनाई गयी है।

भारत चीन पर दबाव बना रहा है कि या तो एक जल आयोग बनाया जाए या अंतर-सरकारी संवाद किया जाए या दोनों देशों के बीच जल संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए एक संधि की जाए। लेकिन चीन ने अभी तक इस प्रस्ताव पर सहमति नहीं जताई है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 15, 2013, 15:56

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