Last Updated: Wednesday, March 13, 2013, 21:50
नई दिल्ली : भारत ने संवेदनशील प्रौद्योगिकियों और सामग्रियों को आतंकवादियों के हाथों में जाने से बचाने के लिए अपने निर्यात नियंत्रण नियमों को कड़ा कर दिया है। इससे अहम बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था में सदस्यता की भारत की दावेदारी मजबूत होगी।
नए नियमों को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) और मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) के सदस्य देशों की ओर से प्रयोग में लाने वाले नियमों से ज्यादा सख्त करार देते हुए विदेश सचिव रंजन मथाई ने कहा कि इसे जल्द ही अधिसूचित कर दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक यूकिया अमानो के साथ आज हुई विस्तृत चर्चा के दौरान मथाई ने यह जानकारी दी। उच्चतम निर्यात नियंत्रण नियमों को बरकरार रखने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए मथाई ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय ‘स्कॉमेट’ (एससीओएमईटी) सूची को एनएसजी और एमटीसीआर की मौजूदा सूचियों के अनुरूप अद्यतन कर दिया गया है। कुछ मामलों में हमारे नियंत्रण एनएसजी और एमटीसीआर के नियमों से ज्यादा सख्त हैं।’
‘स्कॉमेट’ यानी ‘स्पेशल केमिकल्स, ऑर्गेनिजम्स, मैटरियल्स, इक्विपमेंट एंड टेक्नोलॉजीज’ सूची लाइसेंसों के तहत दोहरे इस्तेमाल में लाए जाने वाले साजोसामान या प्रौद्योगिकियों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाते हैं या उनके निर्यात की अनुमति देते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 13, 2013, 21:50