भारत-पाक के बीच भरोसा कायम करने पाक पहुंचे कृष्णा

भारत-पाक के बीच भरोसा कायम करने पाक पहुंचे कृष्णा

भारत-पाक के बीच भरोसा कायम करने पाक पहुंचे कृष्णाज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
इस्लामाबाद : विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा अपने पाकिस्तानी समकक्ष हिना रब्बानी खार के साथ वार्ता के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह यहां दोनों देशों के बीच भरोसा और विश्वास कायम करने के लिए आए हैं।

कृष्णा ने यहां पहुंचने पर एक वक्तव्य में कहा, ‘मैं इस इच्छा को दोहराना चाहता हूं कि भारत स्थिर और खुशहाल पाकिस्तान देखना चाहता है जो खुद और दुनिया के साथ शांति में रह रहा है। वह सबके सर्वश्रेष्ठ हित में होगा।’ मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व चाहता है कि दोनों देशों के बीच विश्वास और भरोसा कायम हो।

उन्होंने कहा, ‘हम शांतिपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के जरिए उन सभी मुद्दों का समाधान ढूंढने को प्रतिबद्ध हैं जिसने हमारे संबंधों को प्रभावित किया है।’ कृष्णा ने कहा, ‘हम भविष्य की ओर देख रहे हैं जहां दोनों देश आतंक और हिंसा से मुक्त होकर मैत्री और चहुंमुखी सहयोग के वातावरण में साथ रहने में सक्षम होंगे।’ अपनी यात्रा के उद्देश्य के बारे में कृष्णा ने कहा, ‘इस यात्रा के दौरान मेरे प्रयास उन उद्देश्यों को प्रोत्साहन देना होगा जिसका मैंने अभी उल्लेख किया है।’

मंत्री की यहां हवाई अड्डे पर भारत में पाकिस्तान में उच्चायुक्त सलमान बशीर और पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त शरत सभरवाल ने अगवानी की। कृष्णा दिन के उत्तरार्ध में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ से मिलेंगे। वह पाकिस्तान के राजनैतिक दलों के विभिन्न नेताओं से भी मिलेंगे। यात्रा के दौरान कुछ ठोस परिणाम नहीं आने की उम्मीद है लेकिन इस दौरान दोनों देशों के नये उदारीकृत वीजा समझौते पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है जो जनता के स्तर पर संपर्क को बढ़ाएगा।

कृष्णा और खार दोनों देशों के बीच बहाल हुई बातचीत की समीक्षा करेंगे। कृष्णा कल खार के साथ संयुक्त आयोग की बैठक की भी अध्यक्षता करेंगे। कल एक साक्षात्कार में कृष्णा ने कहा था कि वह खार के साथ वार्ता को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने कहा था, ‘मेरा मानना है कि यह दोनों देशों के बीच आपसी समझ और विश्वास को बढ़ाने में मदद करेगी।’ उन्होंने कहा था, ‘भारत का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के सामान्यीकरण की प्रक्रिया चरण दर चरण होनी चाहिए। मेरी पाकिस्तान यात्रा उस दिशा में एक और कदम है।’

कृष्णा ने साफ कर दिया था कि शांति और सहयोग कायम करने के हमारे प्रयासों को बड़ा झटका देने के लिए मुंबई की तरह के बर्बर आतंकी हमले की अपेक्षा गैर यथार्थवादी होगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान को भारत की आतंकवाद संबंधित चिंताओं का अवश्य निराकरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को काफी सबूत दिया है ताकि वे 26 नवंबर के हमले के गुनहगारों को न्याय के दायरे में ला सकें।

First Published: Friday, September 7, 2012, 08:56

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