Last Updated: Thursday, December 6, 2012, 19:01
श्रीनगर: हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली बातचीत का कोई असर कश्मीर मुद्दे पर नहीं होगा ।
हैदरपुरा स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में गिलानी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी वार्ता और मित्रता का कोई असर कश्मीर मुद्दे पर नहीं होगा क्योंकि राज्य की जनता खुद ही अपनी किस्मत तय करती है और उसे आत्म-निर्णय के अधिकार से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा । गिलानी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की दोस्ती से कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में नहीं डाला जा सकता ।
उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की ओर से पेश किया गया चार-सूत्री फॉर्मूला खारिज कर दिया था । इसी तरह, हम यथास्थिति बनाए रखने और राज्य को विभाजित करने जैसे प्रस्तावों को भी खारिज कर देंगे । (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 6, 2012, 19:01