भारत-रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर

भारत-रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर

भारत-रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षरनई दिल्ली : भारत और रूस ने करीब चार अरब डॉलर मूल्य के रक्षा सौदों सहित 10 समझौतों पर सोमवार को दस्तखत किए। दोनों देशों के नेताओं ने यहां द्विपक्षीय सहयोग, विशेषकर परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग की विस्तृत समीक्षा की है।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रक्षा, अंतरिक्ष, व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा, संस्कृति और पर्यटन समेत द्विपक्षीय महत्व के सभी प्रमुख विषयों पर व्यापक चर्चा की।

दोनों नेताओं के बीच मुख्य बैठका का स्थान आखिरी क्षण में बदल दिया गया था। पहले यह बैठक इंडिया गेट के पास हैदराबाद हाउस में होनी थी। पर दोनों नेता 7 रेस कोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर मिले। पिछले सप्ताह दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद इंडिया गेट के आस पास युवाओं के व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर बैठक की जगह में परिवर्तन करना पड़ा।

पुतिन की यह यात्रा छोटी है। वह करीब 18 घंटे भारत में रहेंगे। आज की शिखर बैठक के बाद सिंह ने कहा, ‘ हमने क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा की। इन में से बहुत से मुद्दों पर हमारी सोच एक दूसरे से मिलती है।’

प्रधानमंत्री ने कहा,‘हमारे परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का विकास हमारी रणनीतिक साझीदारी का मुख्य स्तंभ रहा है।’ उन्होंने कहा कि कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना की पहली इकाई का निर्माण अब पूरा हो चुका है और बिजली उत्पादन जल्द ही शुरू होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को दूसरी इकाई का निर्माण अगले साल पूरा होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री ने कहा,‘कुडनकुलम की तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण की बातचीत में अच्छी प्रगति हुई है। हम परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए रूपरेखा को लागू रखने की इच्छा रखते हैं।’

वर्ष 2010 में रूस के तत्कालीन प्रधानमंत्री पुतिन की भारत यात्रा के दौरान इस प्रारूप पर हस्ताक्षर किए गए थे।

क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के संबंध में सिंह ने कहा,‘भारत और रूस एक स्थायी, संयुक्त, लोकतांत्रिक और समृद्ध एक ऐसे अफगानिस्तान की साझा इच्छा रखते हैं जो कट्टरपंथियों, आतंकवाद और बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त हो।’

उन्होंने कहा, ‘हमने अफगानिस्तान में जारी विकास कार्यों की समीक्षा की और बाहरी कट्टरपंथियों और मादक पदार्थों के तस्करों से पैदा होने वाले खतरों के खिलाफ मिलकर काम करने को सहमत हुए।’ (एजेंसी)

First Published: Monday, December 24, 2012, 17:16

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