Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 07:20
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार और वैश्विक तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर ठोस समन्वय भारत के साथ साथ वैश्विक शांति एवं समृद्धि के हित में है।
भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस की राजधानी मास्को की तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहे प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि वैश्विक मुद्दों पर भारत-रूस के बीच विचार विमर्श की आज सबसे अधिक जरूरत है।
सिंह ने अपने मास्को प्रस्थान से पहले दिए बयान में कहा, ‘एक-दूसरे के लिए दोनों देशों में शानदार सद्भावना है। दोनों देश महत्वपूर्ण आपसी फायदे को स्वीकार करते हैं जो हमारे मिलकर काम करने से होता है। मैं अपनी यात्रा का इस्तेमाल हमारे द्विपक्षीय सहयोग को व्यापक बनाने तथा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर और ज्यादा ठोस समन्वय बढ़ाने के लिये करुंगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह हमारे राष्ट्रीय और साथ ही साथ वैश्विक शांति और समृद्धि के हित में है।
प्रधानमंत्री ने माना कि इस वर्ष भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक जटिल अंतरराष्ट्रीय माहौल के बीच हो रही है। उन्होंने कहा, ‘मैं वैश्विक अर्थव्यवस्था द्वारा सामना किए जा रहे संकट और पश्चिम एशिया, खाड़ी देशों एवं अफगानिस्तान समेत हमारे दूर के पड़ोसी देशों में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम और इस सबका विश्व की शांति और स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभाव पर रूसी नेतृत्व के साथ विचारों के गहन आदान प्रदान को लेकर आशान्वित हूं।’
अपनी रूस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री, रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों जैसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, जी 20, ब्रिक्स और ईस्ट एशिया समिट के दौरान विचार विमर्श को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 13:11